‘दिस टू इज़ इंडिया’ में मौजूद दृष्टियां भारत की बुनियादी बहुलता का सत्यापन हैं

कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: बुद्धि-ज्ञान-विचार-सृजन के लिए यह कठिन समय है और यह सोचना काफ़ी नहीं है कि जैसे हर समय अंततः बीत जाता है यह भी बीत जाएगा. इसका अभी सजग प्रतिकार ज़रूरी है. गीता हरिहरन की ‘दिस टू इज़ इंडिया’ यही करती है.

इंस्टाग्राम ने योगी आदित्यनाथ के मंदिर संबंधी व्यंग्यात्मक पोस्ट को ‘न्यूडिटी’ कहकर हटाया

इंस्टाग्राम ने @cringearchivist नाम के एकाउंट द्वारा साझा की गई जिस व्यंग्यात्मक पोस्ट को 'नग्नता और यौन गतिविधि' संबंधी दिशानिर्देशों के उल्लंघन का हवाला देते हुए हटाया है, उसमें अयोध्या में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर बनाने वाले प्रभाकर मौर्य आदित्यनाथ की प्रतिमा की आरती करते नज़र आ रहे हैं.

महाराष्ट्र: तस्वीरों में ‘नग्नता’ का हवाला देकर पुणे आर्ट गैलरी में प्रदर्शनी बंद की गई

पुणे के बालगंधर्व रंग मंदिर में फोटोग्राफर अक्षय माली की फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था. रंग मंदिर के प्रभारी सुनील माटे ने कहा कि हम ऐसी किसी भी प्रदर्शनी की अनुमति नहीं देते, जिससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचती हो. वहीं माली ने कहा कि कला का कोई नियम या सीमा नहीं है, लेकिन इसे एक निश्चित ढांचे में सीमित करने का प्रयास किया जाता है.