गोविंद बल्लभ पंत अस्पताल की कई नर्सों का आरोप है कि प्रशासनिक कर्मचारी भ्रष्टाचार व अन्य अनियमितताओं में लिप्त हैं. इन आरोपों के बीच चिकित्सा अधीक्षक ने तीन नर्सिंग अधिकारियों और एक नर्सिंग अधीक्षक को सेवा से हटा दिया है. इनमें से दो अधिकारी भ्रष्टाचार मामले में शिकायतकर्ता थे.
पुणे के जहांगीर हॉस्पिटल की क़रीब 200 नर्सों के विरोध के बाद अस्पताल प्रशासन ने न सिर्फ वेतन बढ़ोतरी की मांग को ख़ारिज कर दिया, बल्कि उनकी जगह नए स्टाफ की नियुक्ति की धमकी भी दी है.
दिल्ली के हकीम अब्दुल हमीद सेंटेनरी अस्पताल ने बिना कारण बताए अस्पताल की 84 नर्सों को नौकरी से हटा दिया है, इनमें एक कोरोना संक्रमित नर्स भी शामिल हैं. इंडियन प्रोफेशनल नर्सेज एसोसिएशन ने अस्पताल को पत्र लिखकर इस फ़ैसले को वापस न लेने पर क़ानूनी कार्रवाई करने की बात कही है.