तोशाखाना मामले में अदालत ने इमरान ख़ान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को 10 साल तक किसी भी सार्वजनिक पद पर रहने से भी रोक दिया गया है और प्रत्येक पर लगभग 23 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. बीते 30 जनवरी को इमरान और उनकी पार्टी के उपाध्यक्ष शाह महमूद क़ुरेशी को साइफ़र मामले में 10-10 साल की सज़ा सुनाई गई थी.
इमरान ख़ान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ को 119 सीटों पर बढ़त हासिल है जबकि जेल में बंद नवाज़ शरीफ़ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ 65 सीटों पर आगे चल रही है.