16 नवंबर को गुजरात के एक मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के कारण छात्र की मौत के मामले की पुलिस जांच में सामने आया है कि कॉलेज के अधिकारी कॉलेज में बड़े पैमाने पर हो रही रैगिंग से कथित तौर पर वाक़िफ़ थे, मगर उन्होंने इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं किया.
घटना पाटन ज़िले के जीएमईआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की है, जहां सीनियर्स द्वारा कथित रैगिंग के बाद एक 18 वर्षीय छात्र की मौत हो गई. कॉलेज ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है. 15 छात्रों के ख़िलाफ़ गैर इरादतन हत्या और अन्य अपराधों के तहत केस दर्ज किया गया है.
गुजरात के पाटन ज़िले का मामला. कुएं में दुर्घटनावश परिवार के एक सदस्य के गिर जाने के बाद चार अन्य लोग उन्हें बचाने के लिए गए थे.
पाटन की चाणस्मा तालुका का मामला. पीड़ित की मां का आरोप, पढ़ाई-लिखाई छोड़कर मजदूरी करने को कह रहे थे आरोपी.
पाटण ज़िले के दूधका गांव के दलितों को पैसा जमा करने के बाद भी लगभग तीन साल से ज़मीन आवंटित नहीं की गई है. निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने वणकर की आत्महत्या को ‘सरकारी हत्या’ क़रार दिया है.