मामला इंदौर के एक फार्मेसी कॉलेज का है, जहां एक पूर्व छात्र ने मार्कशीट देने में देरी को लेकर कथित तौर प्रिंसिपल पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. इसी छात्र को इसी मसले को लेकर कुछ महीने पहले कॉलेज के एक प्रोफेसर पर चाकू से हमले के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था, जिसके बाद वो ज़मानत पर कुछ हफ्ते पहले ही जेल से बाहर आया था.
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अनुसार 2020-21 शैक्षणिक वर्ष में 179 संस्थानों के बंद होने के अलावा पिछले पांच सालों में बड़ी संख्या में खाली रही सीटों के कारण इस साल क़रीब 134 संस्थानों ने अकादमिक सत्र की मंज़ूरी ही नहीं मांगी.