उत्तर प्रदेश के बिजनौर से एक किशोरी के साथ भागे 16 वर्षीय किशोर की पुलिस हिरासत में मौत हो गई. एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, मामले में स्थानीय एसएचओ सहित चार पुलिसकर्मियों को लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है क्योंकि उपनिरीक्षक ने किशोर को बिजनौर लाने के बजाय अपने घर पर अवैध रूप से हिरासत में रखा था, जहां उसकी मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि शिकायत के बाद उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर में तैनात आरोपी सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है और उनके ख़िलाफ़ जांच के आदेश दे दिए गए हैं. 35 वर्षीय विवाहित दलित महिला धमकी भरे कॉल की शिकायत करने के दौरान आरोपी के संपर्क में आई थीं.
याचिकाकर्ता महिला ने जीपीएससी के उस फ़ैसले को चुनौती दी थी, जिसमें उन्हें बिक्री कर विभाग में सहायक आयुक्त के पद पर नियुक्ति दी गई थी, जो उनकी तीसरी वरीयता थी, जबकि सामान्य वर्ग में 110वीं रैंक लाने वाली महिला की पुलिस उपाधीक्षक के पद पर नियुक्ति की अनुशंसा की गई थी, जो याचिकाकर्ता की पहली वरीयता थी.