कथित संस्थागत जातिगत भेदभाव के कारण रोहित वेमुला और पायल तड़वी की आत्महत्या को लेकर उनकी माताओं द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर यूजीसी ने इस मामले को देखने के लिए 9 सदस्यीय समिति का गठन किया था. हालांकि समिति के सदस्यों के पास भेदभाव से निपटने का कोई ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन वे भाजपा से निकटता रखते हैं.
गुंटूर कलेक्टर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में पिछले साल आत्महत्या करने वाले रिसर्च स्कॉलर रोहित वेमुला दलित नहीं थे.