राहुल गांधी के ख़िलाफ़ मोदी के बहुसंख्यक-अल्पसंख्यक भाषण को चुनाव आयोग ने दी क्लीन चिट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 अप्रैल को महाराष्ट्र के वर्धा में एक रैली को संबोधित करते हुए कथित रूप से कहा था कि विपक्षी दल लोकसभा की उन सीटों से अपने नेताओं को खड़ा करने से डरता है जहां बहुसंख्यकों का प्रभुत्व है.

मोदी के ख़िलाफ़ आचार संहिता उल्लंघन मामला: नहीं हुई चुनाव आयोग के फुल कमीशन की एक भी बैठक

चुनाव आयोग के फुल कमीशन में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा और चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और सुशील चंद्रा हैं. एक चुनावी रैली में मोदी के संबोधन को लेकर कांग्रेस की पहली शिकायत चुनाव आयोग को पांच अप्रैल को मिली थी.

यह शहीदों का बदला लेने का चुनाव है: अमित शाह

राजस्थान के जालोर में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि यह देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करने का चुनाव है. यह देश के शहीदों का बदला लेने का चुनाव है. यह आतंकियों को एक सबक सिखाने का चुनाव है.

द वायर बुलेटिन: प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाख़िल किया

क़ब्र संबंधी बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज होने समेत दिनभर की महत्वपूर्ण ख़बरों का अपडेट.

द वायर बुलेटिन: मतदान के बाद नरेंद्र मोदी के रोड शो करने को लेकर चुनाव आयोग ने मांगी रिपोर्ट

टिकट नहीं मिलने से नाराज़ उदित राज के कांग्रेस में शामिल होने समेत दिनभर की महत्वपूर्ण ख़बरों का अपडेट.

टिकट नहीं मिलने से नाराज़ उदित राज ने भाजपा छोड़ी, कांग्रेस में शामिल हुए

उत्तर-पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज़ उदित राज ने भाजपा छोड़ दी है. उनकी जगह गायक हंसराज हंस को इस सीट से टिकट दिया गया है.

मतदान के बाद नरेंद्र मोदी के रोड शो करने को लेकर चुनाव आयोग ने मांगी रिपोर्ट

चुनाव आयोग ने कहा है कि अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिनी रोड शो की जांच की जा रही है. अपना वोट डालने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक खुली जीप की सवारी की, सड़क पर चले और यहां तक कि एक छोटा भाषण भी दिया.

क्या भाजपा मध्य प्रदेश में फिर से 2014 का प्रदर्शन दोहराने की स्थिति में है?

राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा दोनों ही लोकसभा चुनावों में अच्छे प्रदर्शन के बढ़-चढ़कर दावे कर रहे हैं. कांग्रेस 20 से अधिक सीटों पर तो भाजपा सभी 29 सीटों पर जीत मिलने का दावा कर रही है, लेकिन दोनों के दावे हक़ीक़त से कोसों दूर हैं.

विवादित बयानबाज़ी को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू और सतपाल सत्ती के ख़िलाफ़ मामला दर्ज

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने एक संप्रदाय विशेष को लेकर विवादित बयान दिया था, जबकि हिमाचल प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था.

आदिवासी और वन निवासियों को जंगलों से बेदख़ल करना उनका संहार करने जैसा है

वन अधिकार क़ानून 2006 के तहत ख़ारिज दावा-पत्रों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने आदिवासियों को जंगल से बेदख़ल करने का आदेश दिया था, जिस पर बाद में रोक लगा दी गई. पर दावा-पत्र खारिज क्यों हुए? केंद्र सरकार ने अदालत से कहा कि दावा-पत्र सही से नहीं भरे गए, जबकि हक़ीक़त यह है कि सरकारों की मिलीभगत से इन्हें ख़ारिज किया गया है ताकि जंगलों में खनिज संपदा के दोहन के लिए लीज़ देने में किसी तरह की परेशानी

1 35 36 37 38 39 67