असम: बाढ़ की स्थिति और बिगड़ी, 26 ज़िलों के 26 लाख से अधिक लोग प्रभावित

असम में अब तक बाढ़ और भूस्खलन से 115 लोगों की जान जा चुकी है. एएसडीएमए ने कहा कि इस समय राज्य में 2,525 गांव जलमग्न हैं और पूरे असम में एक लाख हेक्टेयर से ज़्यादा ज़मीन पर खड़ी फसल बर्बाद हो गई है.

असम: बाढ़-भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 110 हुई, मुख्यमंत्री ने कहा- 70 लाख से अधिक प्रभावित

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि 18 ज़िलों में 521 राहत शिविरों संचालन किया जा रहा है, जहां 50,559 लोगों ने शरण ली है. प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से हालात का जायज़ा लिया.

असम में बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 92 लोगों की मौत, लगभग 36 लाख लोग प्रभावित

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि राज्य के 3,376 गांव पानी में डूबे हुए हैं और 127,647.25 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है. राज्य के 23 ज़िलों में बने 629 राहत शिविरों में 36,320 लोग शरण लिए हुए हैं.

उत्तर प्रदेश और बिहार में आकाशीय बिजली गिरने से 34 लोगों की मौत

बिहार के आठ जिलों में गुरुवार को आंधी और बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से 26 लोगों की मौत हो गई. वहीं, उत्तर प्रदेश में एक 18 वर्षीय युवती समेत आठ लोगों की मौत हो गई.

असम में बाढ़ से अब तक 33 और भूस्खलन से 24 लोगों की मौत, 15 लाख प्रभावित

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, राज्य के 15 ज़िलों में बनाए गए 254 राहत शिविरों में तक़रीबन 15,289 लोग शरण लिए हुए हैं. 2,197 गांव जलमग्न हैं और क़रीब 87,018.17 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल बर्बाद हो गई है.

असम के 33 में से 25 ज़िले बाढ़ की चपेट में, अब तक 22 की मौत, 13 लाख लोग प्रभावित

असम के बरपेटा, दक्षिण सालमारा और नलबाड़ी ज़िले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. तक़रीबन 27,500 लोग 12 ज़िलों के 273 राहत शिविरों में रह रहे हैं.

असम में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हुई, अब तक 16 लोगों की मौत, 4.6 लाख से अधिक प्रभावित

असम में बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित ज़िला धेमाजी है और इसके बाद तिनसुकिया, नलबाड़ी ज़िला भी बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. धेमाजी ज़िले 259 गांवों के 99,116 लोग प्रभावित हैं.

असम में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हुई, अब तक 13 लोगों की मौत, 1.89 लाख लोग प्रभावित

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया है कि बाढ़ से सबसे ज़्यादा प्रभावित धेमाजी ज़िला है. यहां तक़रीबन 91,000 लोग प्रभावित हुए हैं.

असम: भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से 20 लोगों की मौत

असम की बराक घाटी स्थित हैलाकांडी, करीमगंज और सिलचर ज़िलों में हुआ भूस्खलन. लगातार बारिश की वजह से असम के कई ज़िले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं.

उत्तर एवं पश्चिम भारत में बारिश के चलते गर्मी से राहत; यूपी में 16 लोगों की मौत

मौसम विभाग अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव बारिश और आंधी-तूफान से संबंधित घटनाओं में कम से कम आठ लोगों की, जबकि कन्नौज में पांच लोगों की मौत हुई है. तेज़ हवाओं के कारण ताजमहल को हल्का नुकसान पहुंचा है. आगरा ज़िले में तीन लोगों की मौत हुई है.

असम: बाढ़ से 11 ज़िलों में क़रीब तीन लाख लोग प्रभावित, एक की मौत

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक गोआलपाड़ा बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित ज़िला है, जहां से दो लाख से अधिक लोगों को विस्थापित किया गया है. दीमा हजाओ ज़िले में तीन गांवों में भूस्खलन ने 18 घर नष्ट हुए हैं, अन्य जगहों पर तीन पुल बह गए और करीब 240 किमी सड़कें क्षतिग्रस्त, अवरुद्ध या जलमग्न हैं.

पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ से 72 लोगों की मौत: ममता बनर्जी

भारी बारिश और 190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ ‘अम्फान’ बुधवार दोपहर ढाई बजे पश्चिम बंगाल के दीघा तट से टकराया था. अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में क़रीब पांच लाख लोगों को और ओडिशा में क़रीब 1.58 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

इस बार मानसूनी बारिश और बाढ़जनित घटनाओं में दो हज़ार से अधिक लोगों की मौत: गृह मंत्रालय

गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से जुड़ी घटनाओं के कारण महाराष्ट्र में सबसे अधिक 430 लोगों की मौत हो हुई, जबकि पश्चिम बंगाल में मरने वालों की संख्या 227 है.

देशभर में इस साल मानसूनी बारिश और बाढ़ से क़रीब 1,900 लोगों की मौत: सरकार

बिहार में इस साल 161 लोगों की मौत बाढ़ और बारिश से हो मौत हो चुकी है. बीते 27 से 30 सितंबर की बारिश के बाद राज्य में मरने वालों की संख्या 73 हुई. राजधानी पटना के कंकड़बाग, राजेंद्रनगर और पाटलिपुत्र में बैंक, दुकानें, निजी अस्पताल और कोचिंग संस्थान एक हफ्ते से बंद हैं.

देशभर में वर्षाजनित हादसों में 148 लोगों की मौत, उत्तर प्रदेश और बिहार के कई इलाके डूबे

भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि देश में 1994 के बाद इस मानसून में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बिहार में बाढ़ के लिए हथिया नक्षत्र को ज़िम्मेदार ठहराया.