उत्तर प्रदेश कांग्रेस के निष्काषित नेताओं के पत्र लिखने वाले दिन ही पार्टी ने प्रदेश के लिए सात महत्वपूर्ण समितियों का गठन किया है. इनमें उन नेताओं को जगह नहीं मिली है, जो कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल थे.
कांग्रेस ने 18 वरिष्ठ नेताओं की सलाहकार परिषद का भी गठन किया है. इसके अलावा आठ सदस्यीय एक रणनीति समूह भी बनाया गया है, जिसमें जितिन प्रसाद सहित कई वरिष्ठ नेताओं को रखा गया है.
चुनावी बातें: 1984 में भाजपा से अटल बिहारी वाजपेयी और कांग्रेस से माधवराव सिंधिया ग्वालियर से मैदान में थे, जिससे विजयाराजे सिंधिया के सामने पार्टी व पुत्र के बीच चुनाव का धर्मसंकट आ खड़ा हुआ था. उस पर अटल बिहारी ने ख़ुद को उनका धर्मपुत्र बताकर इस दुविधा को और बढ़ा दिया था.
शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने कहा कि रामभक्त हनुमान का अपमान करने वाले लोग उस राजनीतिक दल से जुड़े हैं जो स्वयं को हिंदू अस्मिता का रक्षक बताता है. एक ओर पार्टी राम मंदिर पर शीर्ष अदालत में जल्द सुनवाई की मांग कर रही है, वहीं दूसरी ओर बजरंग बली का अपमान कर रही है.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि भाजपा ने हनुमान जी की जाति बतानी शुरू की जिससे नाराज़ होकर उन्होंने अपनी पूंछ के बल पर उनकी तीन राज्यों की सरकार छीन ली.
राज बब्बर ने इस्तीफ़े का स्पष्ट कारण नहीं बताया. उनसे पहले गोवा में पार्टी प्रमुख शांताराम नाइक ने अपने पद से इस्तीफ़ा दिया था.
ज़िला प्रशासन ने कहा, दुर्गा पूजा और मुहर्रम की वजह से अधिकांश पुलिस बल ड्यूटी पर होगा इसलिए शांति कायम करने में असुविधा होगी.