असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि 18 ज़िलों में 521 राहत शिविरों संचालन किया जा रहा है, जहां 50,559 लोगों ने शरण ली है. प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से हालात का जायज़ा लिया.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि राज्य के 3,376 गांव पानी में डूबे हुए हैं और 127,647.25 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है. राज्य के 23 ज़िलों में बने 629 राहत शिविरों में 36,320 लोग शरण लिए हुए हैं.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, राज्य के 15 ज़िलों में बनाए गए 254 राहत शिविरों में तक़रीबन 15,289 लोग शरण लिए हुए हैं. 2,197 गांव जलमग्न हैं और क़रीब 87,018.17 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल बर्बाद हो गई है.
असम के बरपेटा, दक्षिण सालमारा और नलबाड़ी ज़िले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. तक़रीबन 27,500 लोग 12 ज़िलों के 273 राहत शिविरों में रह रहे हैं.
असम में बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित ज़िला धेमाजी है और इसके बाद तिनसुकिया, नलबाड़ी ज़िला भी बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. धेमाजी ज़िले 259 गांवों के 99,116 लोग प्रभावित हैं.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया है कि बाढ़ से सबसे ज़्यादा प्रभावित धेमाजी ज़िला है. यहां तक़रीबन 91,000 लोग प्रभावित हुए हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से दी गई सूचना के अनुसार, लगभग 21,064 राहत शिविरों में 23 लाख से अधिक लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.