घटना बदायूं ज़िले की है. तहसील कार्यालय में एक वृद्ध किसान ने ज़हर खा लिया था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. उसके द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में दो राजस्व अधिकारियों पर आरोप लगाया गया है कि दोनों ने रिश्वत लेकर उनकी ज़मीन किसी और के नाम हस्तांतरित कर दी थी.
जम्मू प्रशासन ने मंगलवार को अधिकृत तहसीलदारों को एक वर्ष से अधिक समय से शीतकालीन राजधानी में रहने वाले लोगों को आवासीय प्रमाणपत्र जारी कर ख़ुद को मतदाता के तौर पर रजिस्टर कराने का अधिकार दिया था. भाजपा को छोड़कर सूबे के सभी दलों ने इसका विरोध किया था.