मुकुल रॉय के भाजपा ज्वाइन करने पर पाठकों ने कहा, 'मुकुल रॉय के भाजपा में आने के बाद शारदा घोटाला दीनदयाल धनवृद्धि योजना माना जाए.'
सीबीआई की पूछताछ के दो हफ्ते बाद छोड़ी पार्टी, पार्टी ज्वाइन करते ही बोले, 'भाजपा सांप्रदायिक नहीं, बल्कि धर्मनिरपेक्ष ताकत है'.