खालिस्तानी आतंकवादियों के हमलों का वीरता से सामना करने के लिए पंजाब के नागरिक बलविंदर सिंह भिखीविंड और उनकी पत्नी समेत परिवार के चार लोगों को तत्कालीन राष्ट्रपति ने 1993 में शौर्य चक्र से सम्मानित किया था. साल 2020 में सिंह की मृत्यु हुई और इसके दो साल बाद से उनकी पत्नी को दिया जाने वाला भत्ता बंद कर दिया गया.