स्टेट ऑफ इंडियन बर्ड्स (एसओआईबी) रिपोर्ट के अनुसार, भारत में अध्ययन की गई 338 पक्षी प्रजातियों में से 60 प्रतिशत में दीर्घकालिक गिरावट देखी गई है. वहीं, वर्तमान वार्षिक प्रवृत्ति के लिए मूल्यांकन की गई 359 प्रजातियों में से 40 प्रतिशत में गिरावट दर्ज हुई है.