तूतुकुडी फायरिंग: जांच आयोग ने की ज़िलाधिकारी, पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की सिफ़ारिश

मई 2018 में तमिलनाडु के तूतुकुडी में वेदांता समूह के स्टरलाइट कॉपर प्लांट के विरोध के दौरान पुलिस की फायरिंग में 13 लोगों की मौत हुई थी और सौ लोग घायल हुए थे. मामले की जांच करने वाले आयोग ने कहा है कि परिस्थितियों को देखते हुए नहीं कहा जा सकता कि पुलिस ने अपनी रक्षा के अधिकार के चलते यह कार्रवाई की थी.

तमिलनाडु: लापता पर्यावरण कार्यकर्ता मुगिलन मिले, गुमशुदगी के संबंध में जांच शुरू

स्टरलाइट विरोधी आंदोलन में हुई गोलीबारी में तूतीकोरिन पुलिस के शामिल होने पर एक पत्रकार वार्ता करने के बाद 15 फरवरी से पर्यावरण कार्यकर्ता एस. मुगिलन लापता हो गए थे. लापता होने से कुछ घंटों पहले वे एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज़ को लेकर पत्रकारों से मिले थे.

वेदांता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के सिर, छाती में गोली मारी गई थी: पोस्टमार्टम

तमिलनाडु के तूतीकोरिन स्थित वेदांता समूह की स्टरलाइट कॉपर प्लांट को बंद कराने को लेकर हुए प्रदर्शन में 13 लोगों की पुलिस गोलीबारी में मौत हो गई थी.

एनजीटी ने वेदांता के स्टरलाइट कॉपर प्लांट को बंद करने के फैसले को रद्द किया

तमिलनाडु सरकार एनजीटी के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी. राज्य सरकार ने प्रदूषण संबंधी चिंताओं पर हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद इस साल 28 मई को वेदांता समूह के स्टरलाइट कॉपर प्लांट को बंद करने का निर्देश दिया था.

तमिलनाडु के मंत्री बोले, जग्गी-रामदेव के नज़रिए से फ़र्क नहीं पड़ता, स्टरलाइट दोबारा नहीं खुलेगा

बीते दिनों तूतीकोरिन में हुई हिंसा का केंद्र रहे वेदांता समूह के स्टरलाइट कॉपर प्लांट को बंद किए जाने पर बाबा रामदेव और सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने निराशा ज़ाहिर की है.

तूतीकोरिन से ग्राउंड रिपोर्ट: स्टरलाइट के कर्मचारियों की आपबीती सिहरन पैदा करने वाली है

वेदांता समूह के स्टरलाइट प्लांट के कर्मचारियों की व्यथा बताती है कि कंपनी का अपने कर्मचारियों के प्रति रवैया बेहद अमानवीय था.

तूतीकोरिन में वेदांता समूह के स्टरलाइट कॉपर संयंत्र को बंद करने का आदेश

22 मई को स्टरलाइट कॉपर के ख़िलाफ़ 100 दिनों से चल रहा प्रदर्शन हिंसक हो गया था और पुलिस गोलीबारी में 13 लोगों की मौत हो गई थी.

वेदांता द्वारा पर्यावरणीय नियमों की धज्जियां उड़ाने में मोदी सरकार का पूरा सहयोग रहा है

एनडीए सरकार द्वारा दिसंबर 2014 में पर्यावरण क़ानून में इस तरह के बदलाव किए गए, जिससे वेदांता के तूतीकोरिन प्रोजेक्ट जैसे कुछ विशेष प्लांट को इससे प्रभावित होने वाले लोगों के राय-मशविरे के बिना बनाने की मंज़ूरी मिली.

लंबे समय से वेदांता का इतिहास जनविरोधी गतिविधियों का ही रहा है

वेदांता की छवि हमेशा से ही पर्यावरण और मानवाधिकारों का उल्लंघन करने वाली कंपनी की रही है. दिलचस्प ये है कि कंपनी नरेंद्र मोदी सरकार के 'विकास एजेंडा' के झंडाबरदारों में से एक है.

जन गण मन की बात, एपिसोड 247: तूतीकोरिन हिंसा और लोकसभा में भाजपा

जन गण मन की बात की 247वीं कड़ी में विनोद दुआ तूतीकोरिन में वेंदाता समूह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन में लोगों की मौत और लोकसभा में भाजपा के संख्या बल में आई कमी पर चर्चा कर रहे हैं.