सूरत नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि मंदिर और दरगाह दोनों अवैध ढांचे थे और इसलिए इन्हें ढहाए जाने से पहले कोई नोटिस नहीं जारी किया गया था.
गुजरात के सूरत का मामला. सूरत नगर निगम द्वारा वलसाड सिविल अस्पताल से 20 से अधिक वेंटिलेटर कथित तौर पर कचरा उठाने वाले वाहन से एसएमआईएमईआर अस्पताल ले जाया गया था.