ज्योतिषपीठ और द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन के बाद उनकी वसीयत के आधार पर अविमुक्तेश्वरानंद को ज्योतिषपीठ का नया शंकराचार्य घोषित किया गया है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने इसे नियम विरुद्ध बताया है.
द्वारका-शारदापीठ एवं ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने शनि मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर कहा कि शनि मंदिर में स्त्री का प्रवेश वर्जित है क्योंकि शनि क्रूर ग्रह है. उसकी दृष्टि स्त्री पर पड़ी तो उसे नुकसान हो सकता है.
उच्च न्यायालय ने ज्योतिषपीठ बद्रिकाश्रम के शंकराचार्य का चुनाव तीन महीने के भीतर करने का निर्देश दिया.