एक आम पाकिस्तानी का सपना- अगर भारत आने का न्योता मिले, तो ताजमहल देखना है

वीडियो: भारत और पाकिस्तान की आज़ादी के 75 साल पूरे होने के बाद भी अगर कोई वहां से भारत आना चाहे या यहां से कोई सरहद पार जाना चाहे, तो वीज़ा मिलना बहुत मुश्किल है. मगर कभी हाल बेहतर हों, तो क्या पाकिस्तानी हिंदुस्तान आना चाहेंगे? पाकिस्तान के नागरिकों से द वायर ने ऐसे ही कुछ सवाल किए, देखिए उनका जवाब इस रिपोर्ट में. 

अब वह भारत भी नहीं रहा, जिसमें जन्म लिया…

जो भारत अब तक बना था, जिसे हम यहां की प्रकृति और किताबों में पढ़ते थे ऐसा लगता है कि वह ‘आज़ादी के अमृत काल’ में विष के समुद्र में लगातार धकेला जा रहा है.

‘ताजमहल की ज़मीन के एवज में शाहजहां ने जयपुर के राजपरिवार को हवेलियां दी थीं’

देश में स्मारकों को लेकर किए जा रहे दावों के बीच राजसमंद से भाजपा सांसद और जयपुर के राजघराने की सदस्य दिया कुमारी ने ताजमहल पर अपनी मिल्कियत का दावा किया है. लेखक और ब्लॉगर राना सफ़वी बताती हैं कि इस बात के पुख़्ता प्रमाण मौजूद हैं कि ताज की ज़मीन के बदले शाही परिवार को चार हवेलियां दी गई थीं.

ताजमहल को मंदिर में बदलने से पहले भाजपा को अपने गुरु मुखर्जी को याद कर लेना चाहिए

अगर विनय कटियार और उन जैसे बेरोजगार बैठे दूसरे भाजपा नेताओं ने अपने संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को पढ़ा होता तो बैसिर-पैर के दावे नहीं करते.

जन गण मन की बात, एपिसोड 136: ताजमहल पर राजनीति और भारतीय मज़दूर संघ

जन गण मन की बात की 136वीं कड़ी में विनोद दुआ ताजमहल पर जारी राजनीति और आरएसएस से जुड़े मज़दूर संघ द्वारा मोदी सरकार की आलोचना पर चर्चा कर रहे हैं.