पहला आम चुनाव: इतिहास का सबसे बड़ा जुआ

इस ऐतिहासिक चुनाव का श्रेय कई इंसानों और संस्थाओं को दिया जा सकता है, लेकिन किसी भी मूल्यांकन की शुरुआत जवाहरलाल नेहरू और सुकुमार सेन के साथ उन दो संस्थाओं से होनी चाहिए जिनके उत्कृष्ट मूल्यों को दोनों इंसान रूपायित करते थे - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और भारतीय सिविल सेवा.

मुख्यधारा का मीडिया वामपंथियों के ख़िलाफ़ झूठ को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करता है: पिनाराई विजयन

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि अधिकांश मुख्यधारा का मीडिया महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर वाम दलों के रुख़ को छिपा रहा है, लेकिन दक्षिणपंथियों के ओछे आरोपों को भी 'पहले पन्ने' पर कवरेज देता है.

2024 आम चुनाव: लोकतंत्र बचाने का संघर्ष

आज जब लोकतंत्र का अस्तित्व संकट में है, तब भी छोटे राजनीतिक कद लेकिन विराट अहंकारी विपक्षी नेता आपसी सहमति और एकजुटता से चुनाव लड़ने को इच्छुक नहीं हैं.

कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष के ख़िलाफ़ सार्वजनिक शांति भंग करने के आरोप में मामला दर्ज

कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के मुताबिक, कर्नाटक भाजपा के आधिकारिक एक्स हैंडल से किए गए एक अपमानजनक पोस्ट के मामले में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज हुई है.

मणिपुर: मतदान के दौरान हुई हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने 11 बूथों पर पुनर्मतदान का आदेश दिया

लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान इनर मणिपुर लोकसभा क्षेत्र में हिंसा और ईवीएम के साथ तोड़-फोड़ की घटनाएं सामने आई थीं. अब चुनाव आयोग ने इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम ज़िलों के 11 मतदान केंद्रों पर 22 अप्रैल को फिर से मतदान कराने के आदेश दिए हैं.

लंबे अंतराल तक कुश्ती से दूर रहीं विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया

महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपी भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ आंदोलन का नेतृत्व करने वालीं विनेश फोगाट अमूमन 53 किलोग्राम भार वर्ग में खेलती हैं, लेकिन इस वर्ग में किसी अन्य पहलवान द्वारा क्वालीफाई किए जाने के बाद उन्होंने 50 किलोग्राम भार वर्ग में चुनौती पेश की थी.

सरकार में आने पर चुनावी बॉन्ड योजना को फिर वापस लाएंगे: वित्त मंत्री सीतारमण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक साक्षात्कार में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा ख़ारिज की गई चुनावी बॉन्ड योजना चुनावी चंदे में पारदर्शिता लेकर आई थी, इसमें कुछ सुधार की ज़रूरत है, सभी हितधारकों से परामर्श के बाद इसे किसी और रूप में वापस लाया जा सकता है.

पतंजलि योगपीठ को योग शिविरों में प्रवेश शुल्क लेने पर ‘सेवा कर’ भुगतान करना होगा: सुप्रीम कोर्ट

पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट ने सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क और सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण के उस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी जिसमें कहा गया था कि ट्रस्ट की तरफ से आयोजित योग शिविरों में शामिल होने के लिए प्रवेश शुल्क लिया जाता है, लिहाजा यह 'स्वास्थ्य और फिटनेस सेवा' की श्रेणी में आता है और इस पर 'सेवा कर' लगेगा.

तमिलनाडु: दर्जन भर से अधिक गांवों के लोगों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया

तमिलनाडु के विभिन्न जिलों के अंतर्गत आने वाले गांवों के निवासी राज्य सरकार द्वारा उनकी समस्याओं का समाधान न किए जाने से नाराज़ थे.

लोकसभा चुनाव: मतदान के दौरान मणिपुर में गोलीबारी, बंगाल में झड़पें

पिछले 11 महीने से जातीय हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर की इनर मणिपुर लोकसभा सीट पर मतदान के दौरान हिंसा होने के साथ-साथ बूथ कैप्चरिंग के भी आरोप लग रहे हैं.

महाराष्ट्र: टिस ने दलित छात्र को ‘देश-विरोधी गतिविधियों’ के आरोप में दो साल के लिए निलंबित किया

मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज द्वारा जारी निलंबन आदेश में पीएचडी छात्र रामदास शिवानंदन को संस्थान के सभी परिसरों से प्रतिबंधित किए जाने की बात कही गई है. संस्थान ने 7 मार्च को रामदास को भेजे एक नोटिस में दिल्ली में आयोजित एक प्रदर्शन में उनकी भागीदारी पर सवाल उठाया था.

‘आपको क्या मुफ़्त चाहिये’ – इस सवाल पर बच्चों के जवाब समाज की स्थिति बता देते हैं

भोपाल से प्रकाशित बच्चों की मासिक पत्रिका 'चकमक' हिंदी की अब तक की इकलौती 'बाल विज्ञान पत्रिका' है. इसका एक स्तंभ है- 'क्यों क्यों '. इसमें बच्चों से हर महीने एक सवाल पूछा जाता है और अगले महीने उसके जवाब प्रकाशित किए जाते हैं.

हिंदुत्व के ‘विचारधारात्मक पुरखों’ का स्याह अतीत: अंग्रेज़ों की हिमायत और मुस्लिम लीग का समर्थन

कांग्रेस का घोषणा पत्र सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे मुस्लिम लीग से जोड़ा था. क्या यह बेतुकी तुलना भाजपा की उस ग्रंथि को दर्शाती है जब आज़ादी से पहले जिन्ना की अगुआई वाली इसी लीग के साथ मिलकर उसके ‘विचारधारात्मक पुरखों’ ने गुल खिलाए थे!

फैक्ट चेक: अमित शाह का तमिलनाडु में ‘विकास न होने’ दावा पूरी तरह से ग़लत है

तमिलनाडु एक विशाल मैन्युफैक्चरिंग केंद्र है, जिसने उत्तर भारत के बड़े राज्यों को लगातार पीछे छोड़ दिया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, यहां केवल 2 प्रतिशत गरीब हैं, जबकि गुजरात में यह आंकड़ा12 प्रतिशत, यूपी में 23 प्रतिशत और बिहार में 34 प्रतिशत हैं.