ग्राउंड रिपोर्ट: दो अप्रैल को हुए भारत बंद के दौरान मेरठ में गिरफ़्तार किए गए बच्चों के परिजनों का कहना है कि दलित होने की वजह से पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार किया.
मीडिया बोल की 52वीं कड़ी में उर्मिलेश बीते हफ़्ते देश के प्रमुख हिंदी अख़बारों की सुर्खियों में आए मुद्दों पर दिल्ली विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विनीत कुमार और वरिष्ठ पत्रकार और कवि मंगलेश डबराल से चर्चा कर रहे हैं.
11 मई को एक कार्यक्रम में सुदर्शन न्यूज़ ने भारतीय नागरिकों को बांग्लादेशी और रोहिंग्या बताया था. आयोग ने चैनल से कहा कि इसका सबूत पेश करें, वरना बिना शर्त लिखित माफ़ी मांगें.
बीते 25 मई गोवा में एक युवती के साथ सामूहिक बलात्कार से जुड़े सवाल पर गोवा भाजपा महिला इकाई की प्रमुख सुलक्षणा सावंत ने ये बयान दिया.
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया ज़िले में भाजपा कार्यकर्ता का शव शनिवार को बिजली के टावर से लटका मिला था. पार्टी ने राजनीतिक हत्या का आरोप लगाया था.
राष्ट्रीय लोक दल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि उपचुनाव के नतीजों ने लोगों को एक संभावित विकल्प दिखाया है. लोगों को लगता था कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ‘चाणक्य नीति’ का सामना कोई नहीं कर सकता है.
देश भर में जारी किसान आंदोलन को लेकर जब मीडिया ने केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह की प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने यह जवाब दिया.
ग्राउंड रिपोर्ट: घरों में काम करने वाले घरेलू सहायकों के साथ हो रहे ग़ैर-क़ानूनी और अमानवीय व्यवहार की अनदेखी उनके ज़ख्मों को और गहरा बना रही है.
विकास और आर्थिक दृष्टि से पिछड़े माने जाने वाले राज्य मणिपुर, मिज़ोरम, मेघालय की स्थिति बाल मृत्युदर के मामले में गुजरात से बेहतर है. वहीं, ज़्यादातर आदिवासी क्षेत्रों में बाल मृत्यु दर कम है.
जन गण मन की बात की 253वीं कड़ी में विनोद दुआ बता रहे हैं कि केंद्र की मोदी सरकार का मूल्यांकन किन आधारों पर किया जाना चाहिए.
बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर 48.50 रुपये बढ़ा, वहीं सब्सिडी वाले सिलेंडर के दामों में दो रुपये की बढ़ोतरी की गई है. कांग्रेस ने कहा कि जनता का बजट बिगाड़ रहा है मोदी जी का लालच.
टांडा से भाजपा विधायक संजू देवी के आंबेडकर की प्रतिमा को भगवा पहनाने पर हुआ विवाद. विधायक बोलीं, भगवा सामान्य रंग, इसे राजनीति से न जोड़ें.
उपचुनाव परिणाम बता रहे हैं कि अब जुमलों से काम नहीं चलने वाला.
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने हाल ही में कई पत्रकारों पर हमले की धमकियों और सोशल मीडिया पर उनके लिए अपशब्दों के इस्तेमाल की पुरजोर निंदा की है.
वेदांता समूह के स्टरलाइट प्लांट के कर्मचारियों की व्यथा बताती है कि कंपनी का अपने कर्मचारियों के प्रति रवैया बेहद अमानवीय था.