यूपी: क्या ‘ठोंक दो’ सिद्धांत वाली सरकार के राज में आमजन अपराधों से ज़्यादा सुरक्षित हुआ है?

योगी सरकार के सात सालों में उत्तर प्रदेश में अपराध उन्मूलन के अनेक बड़बोले दावों के बावजूद ऐसी पुलिस 'मुठभेड़ों' की ज़रूरत ख़त्म नहीं हो रही जहां भागने की कथित कोशिश में अभियुक्त मार गिराया जा रहा है. या पुलिस जिसे ज़िंदा गिरफ़्तार करना चाहती है, गोली उसके पांव में लगती है अन्यथा...

छत्तीसगढ़: छत पर फिलिस्तीनी झंडा लगाने के आरोप में पांच मुस्लिम शख़्स गिरफ़्तार

घटना बिलासपुर की है, जहां इज़रायली हमले से जूझ रहे फिलिस्तीन के प्रति एकजुटता जताने के लिए पांच लोगों ने ख़ुद फिलिस्तीनी झंडे सिलकर अपने घरों की छत पर लगाए थे. पुलिस ने इन सभी के ख़िलाफ़ देश की एकता को ख़तरे में डालने के अपराधों से जुड़ी बीएनएस की धारा के तहत केस दर्ज किया है.

हरियाणा चुनाव: क्यों बेरोज़गारी भाजपा की जीत की ‘हैट्रिक’ की राह में सबसे बड़ा रोड़ा है

समय-समय पर जारी सरकारी रिपोर्टों, निजी संगठनों के श्रम बल के आंकड़ों और रोज़गार बाजार के रुझानों से विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस, को यह विश्वास मिला है कि बेरोज़गारी का मुद्दा उठाकर वह भाजपा को सत्ता में वापसी करने से रोक सकते हैं.

नगालैंड नागरिक हत्या: सुप्रीम कोर्ट ने 30 सैन्यकर्मियों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामला बंद किया

दिसंबर 2021 में नगालैंड के मोन ज़िले के ओटिंग और तिरु गांवों के बीच सेना की गोलीबारी में 13 नागरिकों की मौत हो गई थी. इस मामले में नगालैंड पुलिस द्वारा मेजर रैंक के एक अधिकारी समेत 21 पैरा स्पेशल फोर्स के 30 जवानों के ख़िलाफ़ आरोप-पत्र दायर किया गया था.

जम्मू-कश्मीर: प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी और सांसद इंजीनियर राशिद की पार्टी के बीच गठबंधन

विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के महज़ दो दिन पहले सांसद इंजीनियर राशिद की अवामी इत्तेहाद पार्टी और जमात-ए-इस्लामी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया है. एआईपी दक्षिण कश्मीर के पुलवामा और कुलगाम में जमात के उम्मीदवारों का समर्थन करेगी, वहीं जमात पूरे कश्मीर में एआईपी के उम्मीदवारों को समर्थन देगी.

कश्मीर चुनाव: जमात-ए-इस्लामी 37 वर्षों बाद बंदूक से वोट की ओर क्यों लौट रहा है?

जम्मू कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी अचानक चुनावी मैदान में कूद पड़ा है. वर्ष 1987 के विधानसभा चुनावों के बाद इसने कभी चुनावों में भाग नहीं लिया था. इसलिए यह कोई मामूली बात नहीं है.

कश्मीर: क्या चुनाव से पहले इंजीनियर राशिद को मिली ज़मानत प्रमुख दलों की मुश्किल बढ़ा सकती है?

जम्मू-कश्मीर में एक दशक बाद हो रहे विधानसभा चुनाव से पहले जेल से लोकसभा चुनाव जीतने वाले इंजीनियर राशिद को ज़मानत मिलने से ऐसे क़यासों को हवा मिल रही है कि राशिद की अवामी इत्तेहाद पार्टी भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की प्रॉक्सी है.

बुलडोज़र कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट की अंतरिम रोक, कहा- कोर्ट की इजाज़त के बिना नहीं होगी तोड़फोड़

सुप्रीम कोर्ट ने कथित 'बुलडोज़र जस्टिस' के ख़िलाफ़ दायर याचिका सुनते हुए कहा कि मामले की अगली सुनवाई (1 अक्टूबर) तक उसकी अनुमति के बिना कोई तोड़फोड़ नहीं की जाएगी. यह निर्देश सार्वजनिक सड़कों, फुटपाथ, रेलवे लाइनों या अनधिकृत निर्माण पर लागू नहीं होगा.

यूपी: सिद्धार्थनगर पुलिस के ख़िलाफ़ धरने पर क्यों हैं भाजपा के सहयोगी दल के विधायक

उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोगी अपना दल (एस) के नेता और शोहरतगढ़ से विधायक विनय वर्मा हफ्तेभर से सिद्धार्थनगर ज़िले की पुलिस कप्तान प्राची सिंह को हटाए जाने की मांग को लेकर धरने पर हैं. उनका दावा है कि उनके क्षेत्र में थाने और पुलिस चौकी पर कोई भी काम बिना पैसे लिए नहीं हो रहा है.

हरियाणा चुनाव: प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं का विरोध, ग्रामीणों-किसानों ने गांवों में घुसने से रोका

विरोध के कारणों में किसान आंदोलन प्रमुख है. कुछ निर्वाचन क्षेत्र तो ऐसे हैं जिन्हें भाजपा का गढ़ माना जाता है. विरोध का सामना जननायक जनता पार्टी को भी करना पड़ रहा है, जिसने पिछले विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा से गठबंधन कर लिया था.

विज्ञान पुरस्कार: प्रमुख वैज्ञानिकों ने वैज्ञानिक सलाहकार को पत्र लिख विजेताओं के चयन पर सवाल उठाए

अगस्त 2024 के आखिर में प्रसिद्ध वैज्ञानिकों के एक समूह ने भारत के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार अजय कुमार सूद को पत्र लिखकर 'विज्ञान युवा शांति स्वरूप भटनागर (एसएसबी) पुरस्कार 2024' पाने वालों के चयन में अपनाई गई प्रक्रियाओं पर संदेह जताया था.

कुशीनगर: नवजात को अस्पताल से ले जाने के लिए बच्चे को बेचने वाले दंपत्ति क़र्ज़ के जाल का शिकार हैं

कुशीनगर के लक्ष्मीना और हरेश ने उनके नवजात शिशु को अस्पताल से 'छुड़ाने' के लिए क़रीब ढाई साल के बेटे राजा को बेच दिया था. उसके वापस मिल जाने से वे ख़ुश तो हैं लेकिन भविष्य की चिंता उनके चेहरे पर है. उन्हें नहीं मालूम कि वे अपनी संतानों का पालन-पोषण कैसे करेंगे.

हिंदी दिवस परिचर्चा: ‘सेलेब्रिटी एंकर’ और वायरल वीडियो के चंगुल में फंसी हिंदी पत्रकारिता?

पिछले वर्षों में हिंदी पत्रकारिता अमूमन यूट्यूब और वायरल वीडियो तक सिमट गई है. ज़मीनी पत्रकार की जगह 'सेलेब्रिटी एंकर' ने ली है. क्या यूट्यूब के भड़काऊ मोनोलॉग खोजी पत्रकारिता का गला घोंट रहे हैं? हिंदी के प्रख्यात नाम वीडियो तक क्यों सिमट गए हैं? उन्होंने गद्य का रास्ता क्यों त्याग दिया है?

इस विषय पर द वायर हिंदी की परिचर्चा.

ईरान के प्रमुख नेता की भारत के मुसलमानों पर टिप्पणी, विदेश मंत्रालय ने कहा- पहले अपना रिकॉर्ड देखें

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खामेनेई ने एक बयान में गाज़ा और म्यांमार के साथ भारत को भी उस सूची में रखा था, जहां मुसलमानों की स्थिति ठीक नहीं है. भारत ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अल्पसंख्यकों पर बयानबाज़ी करने वाले देशों को दूसरे के बारे में राय ज़ाहिर करने से पहले अपना रिकॉर्ड देखना चाहिए.

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