जेल प्राधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, सोमवार तक संक्रमित पाए गए 66 क़ैदियों में से 42 तिहाड़ और 24 मंडोली जेल में हैं. संक्रमित पाए गए 48 कर्मचारियों में से तिहाड़ के 34, मंडोली जेल के आठ और रोहिणी जेल के छह कर्मचारी हैं.
महिला कैदी का आरोप है कि यह घटना कथित तौर पर तीन अगस्त को नंदन कानन एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में उस समय हुई, जब उन्हें पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से अदालती सुनवाई के बाद दिल्ली लाया जा रहा था.
क़ैदी ने बताया कि नवरात्रि में उसे जबरन भूखा रखा गया और धर्म परिवर्तन कर हिंदू बनाने की धमकी भी दी गई.
तिहाड़ जेल आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हिज्बुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के बेटे सैयद शाहिद यूसुफ पर किसी भी प्रकार का हमला नहीं हुआ है.