विनेश फोगाट की कहानी संघर्ष, कड़ी मेहनत और साहस की एक ज़िंदा मिसाल है. एक ऐसी मिसाल जो दिखाती है कि विरोधियों या शासक वर्ग द्वारा संरक्षित खेल संघों में बैठे मुखियाओं के ख़िलाफ़ हार मान लेना कोई विकल्प नहीं है.
भारत में विनेश फोगाट का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ वकील राहुल मेहरा ने दावा किया है कि पेरिस ओलंपिक में भारतीय पहलवान को फाइनल से पहले अयोग्य ठहराए जाने के निर्णय पर भारत सरकार केवल तभी जागी जब ओलंपिक खेलों के दौरान खिलाड़ियों की क़ानूनी सहायता के लिए गठित पैनल के निशुल्क वकीलों ने फोगाट का मामला कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स में उठा दिया था.
भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव को लेकर हुए विवाद के बाद पहलवान विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उन्हें मिला खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार लौटाने की बात कही है. इससे पहले पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने और बजरंग पूनिया ने उनका पद्मश्री पदक लौटाने का ऐलान किया था.
यह निर्णय भारतीय कुश्ती महासंघ के नवनिर्वाचित और विवादास्पद अध्यक्ष संजय सिंह की इस घोषणा के बाद आया है कि अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं इस साल के आख़िर में उत्तर प्रदेश के गोंडा में होंगी. संजय सिंह पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के क़रीबी हैं, जिनका क्षेत्र गोंडा है.