यह शायद पहली बार था जब कश्मीर के सबसे प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थान में सेना सीधे तौर पर किसी राजनीतिक विषय पर कोई कार्यक्रम प्रायोजित कर रही थी.
घाटी के प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थानों में से एक कश्मीर विश्वविद्यालय ने इसके एमए अंग्रेज़ी पाठ्यक्रम से आगा शाहिद अली की तीन कविताओं और लेखक-पत्रकार बशारत पीर के एक संस्मरण को हटा दिया है. वहीं, क्लस्टर यूनिवर्सिटी श्रीनगर ने भी अली की दो कविताओं को कोर्स से बाहर किया है.