बीते 4 जुलाई को उत्तराखंड हाईकोर्ट ने पूरे पशु समाज को एक जीवित व्यक्ति के अधिकार, कर्तव्यों और देनदारियों के साथ एक क़ानूनी इकाई घोषित कर दिया था. 2017 में इसी कोर्ट ने गंगा को एक जीवित इकाई के रूप में मान्यता दी थी.
एक दलित युवक के गायब हो जाने से दहशत में थे. टिहरी की ज़िलाधिकारी ने कहा, दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा.