बसपा सुप्रीमो ने कहा, भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है इसलिए उसे देश की जनता को उपदेश देने का कोई अधिकार नहीं.
राष्ट्रगीत के थोपे जाने का विरोध करते-करते लोग गीत में ही खोट ढूंढने लगे हैं. मानो भूल रहे हों कि ‘वंदे मातरम’ कविता पहले है, राष्ट्रगीत बाद में. लगता है कविता राष्ट्रवाद की बहस में भेंट चढ़ गई है.