पिछले बरस जून में कनाडा में ख़ालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई थी. यह उस वक़्त हुई अकेली ऐसी घटना नहीं थी. 45 दिनों के अंतराल में तीन अलग-अलग देशों में तीन ख़ालिस्तानी नेताओं की मौत हुई थी. इस दौरान, भारतीय दक्षिणपंथ ने इन हत्याओं का जश्न मनाना शुरू कर दिया था.
विकास के परिजनों ने बताया कि अमेरिका द्वारा 17 अक्टूबर को जारी अभियोग के चौबीस घंटे के भीतर यानी 18 अक्टूबर को विकास ने उन्हें फोन पर कहा था, 'चिंता करने की कोई बात नहीं है, मैं सकुशल हूं और सुरक्षित हूं.'
विकास यादव को पिछले साल दिसंबर में दिल्ली पुलिस ने अपहरण और जबरन वसूली के एक आरोप में गिरफ़्तार किया था. इस मामले का प्रभाव यह होगा कि यादव के प्रत्यर्पण के लिए अमेरिकी अनुरोध को इस प्रकरण पर अंतिम फैसला आने तक रोक दिया जाएगा. इस प्रक्रिया में वर्षों लग सकते हैं.
अमेरिकी न्याय विभाग ने विकास यादव को एक भारतीय सरकारी अधिकारी बताते हुए आरोप लगाया है कि उन्होंने गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साज़िश रची थी. जब द वायर विकास यादव के दिल्ली के आधिकारिक पते पर पहुंचा तो पता चला कि दिसंबर 2023 के बाद से यादव वहां नहीं आए.
अनिवार्य उपस्थिति के विरोध में ऐड-ब्लॉक के पास वाली सड़क को ब्लॉक करने पर जेएनयू प्रशासन ने एनएसयूआई की छात्र इकाई के चार सदस्यों पर 20-20 हज़ार रुपये का जुर्माना लगाया.