मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल की ओर से कहा गया है कि साल 2018 के अंत तक 142 देशों ने मौत की सज़ा को ख़त्म कर दिया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से यह मुलाकात दक्षिण और उत्तर कोरिया को बांटने वाले असैन्यीकृत क्षेत्र में हुई है.
ग्लोबल वेल्थ माइग्रेशन रिव्यू की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018 में देश छोड़ने वाले अमीरों की संख्या के मामले में भारत दुनिया का तीसरा देश बन गया. साल 2017 में कुल 7000 लोगों ने देश छोड़ दिया था.
गिरजाघर में ईस्टर की तैयारी चल रही थी. आग में सबसे पहले यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित 850 साल पुरानी छत तबाह हुई और शानदार गॉथिक मीनार ढह गई. नोट्रे-डैम का निर्माण 12वीं सदी में शुरू हुआ था, जो करीब 200 वर्ष तक चला था.
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना की पार्टी अवामी लीग को आम चुनाव में 298 में 287 सीटों पर जीत मिली. सात सीटों पर सिमटा विपक्षी गठबंधन.
एशिया प्रशांत के देश सबसे अधिक प्रतिभाओं की कमी का सामना कर रहे हैं. जापान, ताइवान, हांगकांग, सिंगापुर और भारत शीर्ष दस देशों में शुमार हैं. विश्व में सबसे अच्छी स्थिति चीन की है.
एक सर्वे के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर नस्लभेद और अप्रवासियों का भय वैश्वीकरण के लिए बड़ा ख़तरा हैं, लेकिन भारत के युवाओं का मानना है कि धार्मिक मतभेद और राष्ट्रवादी राजनीति दूसरे ख़तरों से बड़े हैं.
जन गण मन की बात की 260वीं कड़ी में विनोद दुआ जम्मू कश्मीर में भाजपा के सरकार से समर्थन वापस लेने और भारत की वैश्विक छवि पर चर्चा कर रहे हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट में 20 सबसे प्रदूषित शहरों में अकेले भारत के 15 शहर शामिल हैं. उत्तर प्रदेश से कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, लखनऊ, आगरा और फिरोज़ाबाद को शामिल किया गया है.
विश्व खाद्य कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक ने बताया कि भूख से जूझ रहे तकरीबन तीन करोड़ 20 लाख लोग चार संघर्षरत देशों- सोमालिया, यमन, दक्षिण सूडान और उत्तर पूर्व नाइजीरिया में रह रहे हैं.
पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री ने मुंबई में एक समारोह में कहा कि लोकतंत्र की यह स्थिति न सिर्फ सरकारों और राजनीतिक नेताओं के लिए चिंता का विषय है, बल्कि कारोबारियों, मीडिया और आम नागरिकों के लिए भी चिंता का विषय है.
विश्व बैंक के एक पहचान कार्यक्रम की रिपोर्ट में बताया गया है कि पहचान प्रमाण पत्र के बिना ज़िंदगी बिता रहे लोगों की बड़ी संख्या एशिया और अफ्रीकी महाद्वीप में है.
दुनिया ने रोहिंग्याओं के ख़िलाफ़ सहानुभूति में इतनी कंजूसी दिखाई है कि सहानुभूति की कोई भी अपील ईश्वर की आवाज़ की तरह सुनाई देती है.
पनामा पेपर मामले में पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य ठहराए जाने के बाद नवाज़ शरीफ़ को प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा था.
सभी मुस्लिम ऐसे नहीं हैं, वहाबियों का दोष है और हिंसा की बात करने वाली आयतों के जवाब में शांति को बढ़ावा देने वाली आयतों का जिक्र करना सुविधाजनक तर्क गढ़ने जैसा है.