83 नौकरशाहों की ओर से जारी एक पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में शासन प्रणाली के मौलिक सिद्धांतों, संवैधानिक नीति और मानवीय सामाजिक व्यवहार तहस-नहस हो चुके हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक पुजारी की तरह धर्मांधता और बहुसंख्यकों के प्रभुत्व के एजेंडे पर काम कर रहे हैं.
मामले की जांच कर रही एसआईटी ने बीते मंगलवार को गोहत्या के आरोप में तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद पुलिस ने इन चार लोगों को निर्दोष करार देने का फैसला लिया.
बीते तीन दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना कोतवाली के एक गांव में कथित गोकशी के बाद भड़की हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और सुमित कुमार नाम के युवक की मौत हो गई थी.
इससे पहले बुलंदशहर एसएसपी, स्याना क्षेत्राधिकारी और चिंगरावठी पुलिस चौकी के प्रभारी का तबादला कर दिया गया था. बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और सुमित कुमार नाम के युवक की मौत हो गई थी.
बीते शनिवार को सेना ने जीतेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को हिरासत में लेकर उसे उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया. पुलिस इस समय उससे पूछताछ कर रही है. जीतू जम्मू कश्मीर के सोपोर ज़िले में तैनात था.
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बीते तीन दिसंबर को कथित गोकशी के बाद भड़की हिंसा में स्याना कोतवाली के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और सुमित कुमार नाम के युवक की मौत हो गई थी.
वीडियो: द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी ने बुलंदशहर के महाव गांव का दौरा किया जहां गाय के अवशेष पाए जाने के बाद हुई हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या हुई थी.
ख़ुफ़िया विभाग की रिपोर्ट मिलने के बाद बुलंदशहर एसएसपी, स्याना क्षेत्राधिकारी और चिंगरावठी पुलिस चौकी के प्रभारी का तबादला कर दिया गया है. इस रिपोर्ट में स्थानीय पुलिस और प्रशासन पर सवाल उठाए गए हैं.
बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह से भाजपा नेताओं की नाराज़गी से संबंधित एक पत्र मिला है. इसे लेकर जांच के आदेश दिए गए है.
बीते सोमवार को बुलंदशहर के स्याना गांव में कथित गोकशी के बाद फैली हिंसा में पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में बजरंग दल का नेता योगेश राज मुख्य आरोपी है.
बीते सोमवार को बुलंदशहर के स्याना गांव में कथित गोकशी के बाद फैली हिंसा में पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में बजरंग दल का नेता योगेश राज मुख्य आरोपी है.
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कथित गोकशी के बाद भड़की भीड़ ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी. राज्य में पसरे गुंडाराज पर द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन से चर्चा कर रही हैं आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.
इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या का मुख्य आरोपी योगेश राज द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में सात लोगों को आरोपी बनाया गया है. इसमें से छह नाम फ़र्ज़ी निकले हैं.
बीते सोमवार को बुलंदशहर के स्याना गांव में गोकशी की अफवाह के बाद फैली हिंसा के दौरान गोली लगने से सुमित की मौत हो गई थी. इसके अलावा एक पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार की भी मौत हो गई थी.
परिवार ने हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के समान ही युवक का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से करने, 50 लाख रुपये का मुआवज़ा, माता-पिता को पेंशन और भाई को नौकरी देने की भी मांग की है.