मलेरिया से निपटने के लिए जेनेटिकली मोडिफाइड मच्छरों का प्रयोग कितना सही है?

कोविड-19 महामारी के बीच भारत के जैव प्रौद्योगिकी उद्योग में तेज़ी देखी गई. आधुनिक जैव प्रौद्योगिकी में आज आनुवंशिक संशोधन भी शामिल है. जीएम कीड़ों को बढ़ावा देने की मुख्य प्रेरणा उन प्रजातियों की आबादी को नियंत्रित करना है, जो संक्रामक रोगजनकों को ट्रांसमिट करते हैं. हालांकि वैज्ञानिकों के एक वर्ग के अनुसार, यह जोखिम के बिना नहीं आता है.

जयपुर में ज़ीका वायरस का प्रकोप न रोक पाने में सरकारी बदइंतज़ामी की बड़ी भूमिका है

ग्राउंड रिपोर्ट: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जयपुर में ज़ीका वायरस पर नियंत्रण का दावा कर रहा है, लेकिन अधिकृत आंकड़ों के मुताबिक इसकी चपेट में आने वाले लोगों की संख्या 130 से ज़्यादा हो चुकी है.

राजस्थान में ज़ीका वायरस से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 55 हुई

राजस्थान की राजधानी जयपुर में 13 मामले और सामने आए. ज़्यादातर मामले जयपुर के शास्त्रीनगर इलाके में दर्ज किए गए हैं. गर्भवती महिलाओं को शास्त्री नगर न जाने की सलाह. फॉगिंग एवं अन्य एहतियाती उपाय जारी.