दिल्ली के नीरज कुमार का कहना है कि उनके कोरोना संक्रमित पिता को जनकपुरी के एक अस्पताल से लाकर एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती किया गया था. अस्पताल के सभी वार्ड चेक करने पर भी उनके पिता नहीं मिले और न ही अस्पताल प्रशासन से पूछने पर उन्हें सीधा जवाब दिया गया. इसी अस्पताल में एक कोविड मरीज़ के शव की अदला-बदली होने का मामला भी सामने आया है.
दिल्ली सरकार द्वारा कोविड-19 अस्पतालों में तैनात स्वास्थ्यकर्मियों को परिजनों में कोरोना संक्रमण फैलने के डर से होटल और धर्मशालाओं में क्वारंटीन के लिए रखा गया था. पिछले हफ़्ते आरएमएल अस्पताल के डॉक्टरों को फौरन होटल खाली करने का आदेश मिला था और ऐसा न करने पर वेतन कटौती की बात कही गई थी.