गोसंरक्षण समितियां गोशालाओं का सुचारु संचालन सुनिश्चित करेंगी और बायोगैस, कम्पोस्ट, पंचगव्य से बनाए जाने वाले पदार्थों आदि के उत्पादन-विक्रय में सहायता प्रदान करेंगी.
कृषि राज्यमंत्री द्वारा बुलाई गई बैठक में गोमूत्र से फेशियल और अन्य सौंदर्य उत्पाद मसलन बनाने पर भी विचार किया गया.