23 सितंबर 2019 को पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक में घोटाले का पता चला था, जिसके बाद आरबीआई ने बैंक के बोर्ड को अपने नियंत्रण में ले लिया था और बैंक पर कई तरह के नियामकीय प्रतिबंध लगा दिए थे.
भारतीय रिजर्व बैंक ने पीएमसी बैंक पर वित्तीय अनियमितताओं को लेकर 23 सितंबर 2019 को छह महीने के लिए नियामकीय रोक लगा दी थी, जिसे अब बढ़ाकर 22 जून 2020 तक कर दी गई है.
वडोदरा नगर निगम के उपायुक्त सुधीर पटेल ने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत मिले अनुदान के हिस्से के रुप में यह राशि केंद्र सरकार से मिली थी. यस बैंक द्वारा सामना की जा रही परेशानियों को देखते हुए इसे दो दिन पहले निकाल लिया गया और बैंक ऑफ बड़ौदा के एक नए खाते में स्थानांतरित कर दिया गया.
भारतीय रिजर्व बैंक का कहना है कि यस बैंक पर यह निकासी रोक पांच मार्च से तीन अप्रैल तक जारी रहेगी. इसके साथ ही बैंक के निदेशक मंडल को भी भंग कर दिया गया है.
आरबीआई के निर्देश के अनुसार बेंगलुरु के श्री गुरु राघवेंद्र को-ऑपरेटिव बैंक का कोई ग्राहक अपने खाते से अभी 35,000 रुपये से अधिक नहीं निकाल सकता है. इसके बाद से बैंक के जमाकर्ता, विशेषरूप से वरिष्ठ नागरिक अपनी जमापूंजी को लेकर चिंतित हैं.
आरटीआई के तहत पूछे गये सवाल के जवाब में आरबीआई ने कहा कि केंद्रीय बैंक की शुरुआती जांच पड़ताल से पता चलता है कि पीएमसी बैंक में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई हैं.
आरबीआई ने मंगलवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में कहा कि विवाह, शिक्षा, जीवनयापन जैसी अन्य आवश्यकताओं के लिए निकासी सीमा 50 हजार रुपये है. हालांकि, आपात स्थिति में जमाकर्ता केंद्रीय बैंक द्वारा नियुक्त प्रशासक से मिलकर एक लाख रुपये तक की निकासी की मांग कर सकते हैं.
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा गिरफ्तार किए गए रंजीत सिंह पीएमसी बैंक के एक निदेशक भी हैं. वे भाजपा के पूर्व विधायक सरदार तारा सिंह के बेटे हैं.
आरबीआई ने सितंबर में पीएमसी के खाताधारकों पर धन निकासी के लिए छह माह का प्रतिबंध लगाया था. तब ग्राहकों को खाते से छह माह में मात्र 1,000 रुपये तक की निकासी की अनुमति दी गई थी. इसके बाद से आरबीआई कई बार सीमा बढ़ा चुका है.
मृतक की पहचान 74 वर्षीय एंड्रयू लोबो के रूप में हुई है. लोबो के बैंक खाते में 26 लाख से अधिक रुपये जमा थे. वे इस जमा राशि के ब्याज से अपना गुजारा करते थे.
पीएमसी बैंक में वित्तीय अनियमितताएं सामने आने के आरबीआई ने नकद निकासी समेत बैंक पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे. इसके ख़िलाफ़ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिकाएं दाख़िल की गई हैं. आरबीआई के विभिन्न प्रतिबंधों के बाद बैंक के आठ खाताधारकों की मौत हो चुकी है.
पंजाब एंड महाराष्ट्र (पीएमसी) बैंक में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने के बाद अब तक आठ लोगों की मौत हो गई है. अनियमितता सामने आने के बाद आरबीआई ने सितंबर महीने में बैंक पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे.
इससे पहले मुंबई के अलग-अलग इलाकों में पीएमसी बैंक के पांच खाताधारकों की मौत के मामले सामने आ चुके हैं. वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने के बाद बीते सितंबर महीने में आरबीआई ने बैंक पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे.
इससे पहले मुंबई के अलग-अलग इलाकों में बीते 14 और 15 अक्टूबर को पीएमसी बैंक के तीन खाताधारकों की मौत के मामले सामने आ चुके हैं. बैंक में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने के बाद बीते सितंबर महीने में रिज़र्व बैंक ने नकदी निकासी की सीमा तय करने के साथ ही बैंक पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे.
कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता इस मामले को लेकर संबंधित हाईकोर्ट के पास जाएं.