पीलीभीत के सेहरामऊ थाना क्षेत्र के बलविंदर सिंह 23 जनवरी को ग़ाज़ीपुर सीमा के लिए निकले थे. एक हफ़्ते बाद उनके परिवार को दिल्ली पुलिस ने फोन कर सड़क दुर्घटना में उनकी मौत के बारे में बताया. बुधवार को अंतिम संस्कार के समय उनके शव को तिरंगे में लपेटा गया था.
नेहा शौरी 2009 में पंजाब के खरड़ में एफडीए के ज़ोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर तैनात थीं. 10 साल पहले उन्होंने आरोपी के मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की थी और उसका लाइसेंस रद्द कर दिया था. आरोपी ने ख़ुद को गोली मारकर आत्महत्या की.