कैबिनेट विस्तार में भाजपा के नौ सदस्यों के शामिल होने के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में भाजपा के कुल 20 सदस्य हो गए हैं. वहीं, जदयू से आठ अन्य मंत्रियों के शामिल होने के बाद कैबिनेट में उसके सदस्यों की संख्या 12 हो गई है.
लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान को भाजपा नेतृत्व वाली राजग की बैठक के लिए संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी से न्योता मिलना काफ़ी मायने रखता है, क्योंकि इससे यह साफ़ हो गया है कि पिछले साल के आख़िर में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान राजग गठबंधन से लोजपा के बाहर चले जाने के बावजूद भी वह इसका हिस्सा बनी हुई है.
विशेष रिपोर्ट: बिहार चुनावों में असद्दुदीन ओवैसी की एआईएमआईएम के पांच सीटें जीतने के बाद से सत्ता पाने से वंचित रह गए महागठबंधन के घटक दलों के नेता लगातार ओवैसी पर निशाना साधते हुए उन्हें भाजपा की ‘बी’ टीम क़रार दे रहे हैं. हालांकि आंकड़े जो तस्वीर दिखा रहे हैं, वो इन नेताओं के दावों से उलट है.
जदयू को फिसलने से रोकने में नाकाम रहे नीतीश कुमार क्या इस बार अपने अधूरे वादे पूरे कर पाएंगे या फिर इस पारी में वे भाजपा के एजेंडा के आगे घुटने टेकने को मजबूर होंगे?
बिहार विधानसभा चुनाव में 125 सीटें हासिल कर बहुमत पाने वाले एनडीए गठबंधन ने 15 सालों तक उपमुख्यमंत्री रहे सुशील मोदी की जगह भाजपा के दो नेताओं- तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को उपमुख्यमंत्री बनाया है. नीतीश कुमार के साथ कुल 14 मंत्रियों ने शपथ ली है.
बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के ख़राब प्रदर्शन पर राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि गठबंधन के लिए कांग्रेस बाधा की तरह रही, उसने चुनाव 70 सीटों पर लड़ा, लेकिन 70 रैलियां भी नहीं कीं. चुनाव के वक़्त राहुल गांधी पिकनिक मना रहे थे.
बिहार के चुनाव अधिकारियों का कहना है कि यह बायोमेडिकल कचरा मतदानकर्मियों और मतदाताओं द्वारा इस्तेमाल किए गए दस्ताने, फेस मास्क और सैनिटाइज़र की ख़ाली बोतलों से इकट्ठा हुआ है.
नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए ने राज्यपाल फागू चौहान से बिहार में सरकार बनाने का दावा किया है. उपमुख्यमंत्री के तौर पर अभी आधिकारिक तौर पर किसी का नाम नहीं लिया गया है.
जदयू को भाजपा से कम सीटें मिलने के बाद नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने को लेकर सवाल उठ रहे थे, लेकिन ऐसी राय है कि जनता, ख़ासकर महिलाओं के राजग को चुनने का श्रेय नीतीश कुमार को ही जाता है, ऐसे में उनके नेतृत्व में नई सरकार का बनना अपरिहार्य है.
जदयू नेता नीतीश कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जब सरकार बनती है तब आगे का कार्यक्रम तय होता है. एनडीए की बैठक के बाद आपस में बातचीत करके एक-एक चीज़ तय की जाएगी कि क्या करना है.
विधानसभा चुनाव में लोजपा को सिर्फ़ एक सीट पर जीत मिली है लेकिन उसने अपने 'घोषित लक्ष्य' के अनुसार जदयू को ख़ासा नुकसान पहुंचाया. नौ सीटों पर लोजपा उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे हैं और इन सीटों पर उन्होंने जदयू को चुनावी मुक़ाबले से बाहर भी किया.
वीडियो: बिहार विधानसभा चुनाव में तमाम एक्जिट पोल्स और अंदाज़े ग़लत साबित हुए. मीडिया बोल की इस कड़ी में उर्मिलेश बिहार के अप्रत्याशित चुनाव परिणाम और राज्य के राजनीतिक भविष्य को लेकर वरिष्ठ पत्रकार अरविंद मोहन और द वायर के पॉलिटिकल अफेयर्स एडिटर अजय आशीर्वाद से चर्चा कर रहे हैं.
बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 40 सीटों पर बेहद कड़ा मुक़ाबला रहा और इन पर हार जीत का अंतर 3,500 मतों से भी कम रहा. कम मतों से जीत में जदयू-भाजपा-वीआईपी-हम को ज्यादा फायदा हुआ और उन्होंने 21 सीटों पर सफलता प्राप्त की.
बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से राजद के नेतृत्व वाली महागठबंधन को कुल 110 सीटों पर जीत मिली है. राजद ने 75, भाजपा ने 74, जदयू ने 43, कांग्रेस ने 19, भाकपा माले ने 12 और एआईएमआईएम ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की है. लोजपा को सिर्फ़ एक सीट ही मिल सकी.
बिहार में सत्ताधारी राजग में शामिल भाजपा ने 74 सीटों पर, जदयू ने 43 सीटों पर, विकासशील इंसान पार्टी ने 4 सीटों पर और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं, विपक्षी महागठबंधन में शामिल राजद ने 75 सीटों पर, कांग्रेस ने 19 सीटों पर, भाकपा माले ने 12 सीटों पर, भाकपा एवं माकपा ने दो-दो सीटों पर जीत दर्ज की है.