जन गण मन की बात, एपिसोड 101: प्रधानमंत्री का भाषण और द वायर उर्दू

जन गण मन की बात की 101वीं कड़ी में विनोद दुआ स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए प्रधानमंत्री के भाषण और द वायर उर्दू की शुरुआत पर चर्चा कर रहे हैं.

जन गण मन की बात, एपिसोड 99: हामिद अंसारी की विदाई और आईआईटी खड़गपुर की अच्छी पहल

जन गण मन की बात की 99वीं कड़ी में विनोद दुआ पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के भाषण और 65 लाख किताबों के आॅनलाइन फ्री अपलोड करने पर चर्चा कर रहे हैं.

विकास यही है, कुछ को उजाड़ देना और कुछ को उजाला देना

उत्तराखंड में बन रहे पंचेश्वर बांध से 122 गांव डूब जाएंगे. यहां रहने वाले लोगों को सरकारों की चाहत से ही उजड़ना है और सरकारों के कहे पर ही कहीं और बस जाना है.

जन गण मन की बात, ​एपिसोड 97: केरल में राजनीतिक हिंसा और बिना सल्तनत के सुल्तान  

जन गण मन की बात की 97वीं कड़ी में विनोद दुआ केरल में जारी राजनीतिक हिंसा और कांग्रेस की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं.

जन गण मन की बात, ​एपिसोड 96: चंडीगढ़ छेड़छाड़ मामला और किताबों से गायब मुगल

जन गण मन की बात की 96वीं कड़ी में विनोद दुआ चंडीगढ़ में छेड़छाड़ की​ शिकार वर्णिका कुंडू और महाराष्ट्र में इतिहास की किताबों से मुगलों के बारे में जानकारी हटाने पर चर्चा कर रहे हैं.

नीति बनाने वाले किसान और उपभोक्ता को एक-दूसरे का दुश्मन बना रहे हैं

जब कुछ ख़ास व्यापारिक प्रतिष्ठानों का एकाधिकार स्थापित हो जाएगा, तब क़ीमतें सरकार और किसान नहीं, बड़ी कंपनियां तय करेंगी.

जन गण मन की बात, ​एपिसोड 94: भाजपा ​के यूटर्न और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति

जन गण मन की बात की 94वीं कड़ी में विनोद दुआ भाजपा के सियासी यू टर्न और भारत में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं.

जन गण मन की बात, ​एपिसोड 92: पनामा पेपर मामला और पूर्व सैनिकों का पत्र

जन गण मन की बात की 92वीं कड़ी में विनोद दुआ भारत में पनामा पेपर मामले में जांच की स्थिति और भीड़ की हिंसा को लेकर पूर्व सैनिकों द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे पत्र पर चर्चा कर रहे हैं.

लोगों का भीड़ में बदलना और क़ातिल हो जाना विकास का कैसा मुक़ाम है?

भीड़ को राजनीति और सत्ता मिलकर पैदा करते हैं. उन्हें निर्देशित करते हैं. फिर भीड़ उनके नियंत्रण से भी बाहर निकल जाती है. वह किसी की नहीं सुनती.

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