भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने भारत प्रत्यर्पित करने के आदेश के ख़िलाफ़ ब्रिटेन की एक अदालत में याचिका दायर की थी. माल्या क़रीब 9,000 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भारत में वांछित हैं.
एसबीआई के नेतृत्व वाले भारतीय बैंकों के समूह ने याचिका दायर कर क़र्ज़ में डूबे कारोबारी विजय माल्या को दिवालिया घोषित करने की मांग की है, ताकि उनसे तकरीबन 10,837 करोड़ रुपये का क़र्ज़ वसूला जा सके.
प्रधानमंत्री ने संसद में दिए अपने भाषण में 9,000 करोड़ रुपये लेकर भागने वाले एक शख़्स का ज़िक्र किया था. जिस पर फ़रार शराब कारोबारी विजय माल्या ने कहा कि मीडिया में कही-सुनी बातों से मैं अंदाज़ा लगा सकता हूं कि उनका इशारा मेरी तरफ़ था.
भारत प्रत्यर्पित करने के आदेश को ब्रिटेन के हाईकोर्ट में चुनौती देंगे माल्या. अपील की इजाजत हासिल करने के लिए 4 फरवरी से 14 दिनों का समय.