मध्य प्रदेश में इंदौर कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित ज़िलों में है. आंकड़ों के मुताबिक यहां कोविड-19 मरीज़ों की मृत्यु दर गुरुवार सुबह लगभग पांच फीसदी थी, जो मौजूदा राष्ट्रीय औसत से दो फीसदी अधिक है.
भारत के रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त के नए आंकड़ों के मुताबिक पिछले एक के दौरान भारत में शिशु मृत्यु दर में मामूली सुधार हुआ है, 2017 में यह प्रति हज़ार पर 33 थी जो 2018 में 32 हो गई है.
कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 11 दिन में हो रहे हैं दोगुने, मृत्युदर 3.2 प्रतिशत: स्वास्थ्य मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि मौत के 14 प्रतिशत मामले 45 साल की आयु से कम के हैं, 34.8 प्रतिशत मामले 45-60 साल की आयुवर्ग के रोगियों के हैं और 51.2 प्रतिशत मृत्यु के मामले 60 साल से अधिक आयु के लोगों के हैं.
गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि मुंबई, कोलकाता, जयपुर, इंदौर और पुणे में हालात ‘विशेष रूप से गंभीर’ है. मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की चपेट में आकर अब तक 70 लोग मारे जा चुके हैं, इनमें से 52 लोग सिर्फ़ इंदौर से हैं.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से मृत्यु दर 7.5 प्रतिशत हो गई है, जो राष्ट्रीय स्तर पर इस महामारी से मृत्यु दर से दोगुने से भी ज़्यादा है.