पिछले पांच सालों में हर दिन एक शरणार्थी बच्चे की मौत हुई या वह लापता हो गया: संयुक्त राष्ट्र

इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन की रिपोर्ट के अनुसार, 2014 से 2018 के बीच तकरीबन 32 हज़ार शरणार्थियों की मौत हुई. संयुक्त राष्ट्र की एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि युद्धग्रस्त यमन में 2013 से अभी तक 7500 से अधिक बच्चे मारे गए या घायल हुए.

भूख से 12 करोड़ से अधिक लोगों के मरने का ख़तरा: संयुक्त राष्ट्र

विश्व खाद्य कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक ने बताया कि भूख से जूझ रहे तकरीबन तीन करोड़ 20 लाख लोग चार संघर्षरत देशों- सोमालिया, यमन, दक्षिण सूडान और उत्तर पूर्व नाइजीरिया में रह रहे हैं.