क्या रोहिंग्याओं के लिए उम्मीद नाम का कोई कोना बचा हुआ है? दुनिया ने रोहिंग्याओं के ख़िलाफ़ सहानुभूति में इतनी कंजूसी दिखाई है कि सहानुभूति की कोई भी अपील ईश्वर की आवाज़ की तरह सुनाई देती है. 19/10/2017