इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने कहा कि भारत में आम दिनों में औसतन 30 हज़ार लोगों की मौत होती है. ऐसे में कोरोना से अगर प्रतिदिन 3,000 अतिरिक्त लोगों की मौत हो रही है तो फिर अंतिम संस्कार के लिए कतारें नहीं लगनी चाहिए थी. इसका मतलब यह है कि मरने वालों का जो आंकड़ा बताया जा रहा है, वह सही नहीं है.
पिछले छह साल में रोजगार की तलाश करने वाली ग्रामीण महिलाओं की संख्या में आई 2.8 करोड़ की गिरावट समेत आज की बड़ी ख़बरें. दिनभर की महत्वपूर्ण ख़बरों का अपडेट.
मेहसाणा में भाजपा की विजय संकल्प रैली में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि देश की जनता 23 मई को नरेंद्र भाई की जीत सुनिश्चित करेगी जिसके बाद पाकिस्तान में शोक मनाया जाएगा.
सैम पित्रोदा ने कहा कि हमनें नई नौकरियों का सृजन नहीं किया है बल्कि पहले से मौजूद रोजगारों को ही खत्म कर दिया है इसलिए आज एक प्रमुख चुनौती यह है कि नई नौकरियों का सृजन कैसे किया जाए.
सैम पित्रोदा ने पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की वकालत की. उन्होंने कहा कि ऐसा मानना सही नहीं है कि अगर कुछ लोग आए और हमला किया तो इसके लिए देश के हर एक नागरिक को ज़िम्मेदार ठहराया जाए.