सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में जातीय हिंसा के मुख्य आरोपी चंद्रशेखर को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने हिमाचल प्रदेश से गिरफ़्तार किया है.
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में पिछले दिनों भड़की जातीय हिंसा के मुख्य आरोपी भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद ‘रावण’ को गिरफ़्तार कर लिया गया है. गुरुवार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें हिमाचल प्रदेश के डलहौजी से गिरफ़्तार किया है. उन्हें अब पूछताछ के लिए उत्तर प्रदेश लाया जा रहा है.
जातीय हिंसा के बाद से ही वह फ़रार चल रहे थे. पुलिस ने उन पर 12 हज़ार रुपये का इनाम भी घोषित किया था.
मेरठ के अपर पुलिस महानिदेशक आनंद कुमार ने बताया है कि उन्होंने हिमाचल प्रदेश की पुलिस के सहयोग से चंद्रशेखर को गिरफ़्तार किया है. पुलिस उन्हें दोपहर बाद सहारनपुर की अदालत में पेश करेगी.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, चंद्रशेखर की गिरफ़्तारी के बाद पुलिस ने सहारनपुर में अलर्ट जारी कर दिया है. सहारनपुर के डीएम पीके पांडेय ने ज़िले में दो दिन लिए मोबाइल इंटरनेट, मैसेजिंग और सोशल मीडिया पर पूरी तरह से रोक लगा दी है.
Internet services in Saharanpur suspended for 2 days after the arrest of Chandrashekhar, the main accused in Saharanpur violence
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 8, 2017
5 मई 2017 को सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में दलित और ठाकुर समुदाय के बीच जातीय हिंसा हुई थी. घटना के बाद चंद्रशेखर का नाम सामने आया था, जो कि भीम आर्मी नामक संगठन के संस्थापक हैं. पुलिस ने उनके ख़िलाफ़ कई धाराओं के तहत मुक़दमा दर्ज किया था तब से वे फ़रार थे.
21 मई को दिल्ली के जंतर मंतर पर हुए भीम आर्मी के प्रदर्शन में वे नज़र आए थे, पर उनकी गिरफ़्तारी नहीं हो पाई थी. बाद में उन्होंने एक वीडियो जारी कर पुलिस को चेतावनी दी थी कि उनके परिवार को परेशान करना बंद करे.
नवभारत टाइम्स की ख़बर के अनुसार चंद्रशेखर की मां ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उनके बेटे को झूठे मुक़दमे में फंसाया जा रहा है. उनका कहना है कि उनके बेटे का हिंसा फ़ैलाने या उकसाने में किसी भी तरह का हाथ नहीं है.
चंद्रशेखर के भाई कमल किशोर ने भी चेतावनी दी थी कि अगर उनके भाई को गिरफ़्तार किया गया तो पूरी भीम आर्मी गिरफ़्तारी देगी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)