बिहार के सीतामढ़ी से लगी नेपाली सीमा के अंदर हुई घटना. अधिकारियों ने बताया कि नेपाल में 14 जून तक लागू लॉकडाउन का उल्लंघन कर आए भारतीयों की मौजूदगी पर नेपाली सेना के जवानों ने आपत्ति जताई, जिसके ख़िलाफ़ लोग प्रदर्शन कर रहे थे, जब जवानों ने उन पर गोली चला दी.
पटना/काठमांडू: भारत-नेपाल सीमा पर तैनात नेपाल सशस्त्र पुलिस बल की गोलीबारी में शुक्रवार को 22 साल के एक भारतीय युवक की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए हैं. घटना बिहार में सीतामढ़ी से लगी नेपाल सीमा के पास हुई. इसकी वजह से क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया है.
भारतीय अधिकारियों ने बताया कि नेपाल सशस्त्र पुलिस बल (एनएपीएफ) ने घटना के बाद एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है, जिसकी पहचान 45 वर्षीय लगन यादव के रूप में की गई है.
यह घटना दोनों देशों के बीच सीमा को लेकर विवाद के बीच हुई है. नेपाल द्वारा जारी नए राजनीतिक मानचित्र में लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा को नेपाली सीमा में दिखाया गया है जबकि भारत ने इसे अपना हिस्सा बताया है.
भारत ने साफ कहा है कि ये तीनों इलाके उत्तराखंड के हिस्से हैं, जबकि नेपाल ने हाल में जारी मानचित्र में इन्हें पश्चिमी नेपाल का हिस्सा दिखाया है.
भारत ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख को दो केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद गत वर्ष नवंबर में नया मानचित्र जारी किया था. भारत द्वारा जारी मानचित्र में इन इलाकों को उत्तराखंड के हिस्से के तौर पर दिखा गया है जबकि नेपाल इसे विवादित मानता है.
पटना से 134 किलोमीटर दूर सीतामढ़ी जिले से लगती सीमा पर हुई घटना की जानकारी देते हुए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक कुमार राजेश चंद्रा ने बताया कि घटना शुक्रवार सुबह करीब 8:40 बजे ‘नेपाली सीमा के भीतर’ हुई. इसी बल पर नेपाल से लगती 1,751 किलोमीटर लंबी भारतीय सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी है.
चंद्रा ने बताया कि स्थिति अभी सामान्य है और हमारे स्थानीय कमांडर ने तत्काल नेपाली समकक्ष एपीएफ से संपर्क किया.
एसएसबी के महानिदेशक ने कहा, ‘प्राथमिक जानकारी और नजदीकी चौकी की सूचना के आधार पर हमने केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंप दी है. हमने बताया कि घटनास्थल से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर हैं और पूरे घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं.’
एसएसबी के महानिरीक्षक (आईजी) पटना फ्रंटियर, संजय कुमार ने बताया कि घटना स्थानीय लोगों और नेपाल सशस्त्र पुलिस बल (एनएपीएफ) के बीच हुई.
आईजी ने बताया कि इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हुई है जबकि अन्य दो लोग घायल हुए हैं.
उन्होंने बताया कि 22 वर्षीय विकेश यादव को पेट में गोली लगी थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई जबकि उदय ठाकुर (24) और उमेश राम (18) घायल हुए हैं. उन्हें सीतामढ़ी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय लोगों से मिली प्राथमिक सूचना के मुताबिक नेपाली क्षेत्र में 14 जून तक लागू लॉकडाउन का उल्लंघन कर आए भारतीयों की मौजूदगी पर नेपाली सेना के जवानों ने आपत्ति जताई, जिसके खिलाफ लोग प्रदर्शन कर रहे थे.
अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय लोगों की सीमा के दोनों ओर रिश्तेदारी है और कोई बाड़ नहीं होने की वजह से लोग सीमा के दोनों ओर रिश्तेदारों से मिलने आते-जाते रहते हैं.
उन्होंने बताया कि नेपाल सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा आपत्ति जताने के बाद स्थानीय लोगों से बहस हुई और कथित तौर पर भारतीयों और अन्य ग्रामीणों ने नेपाल के जवानों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी.
एनएपीएफ के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक नरायण बाबू थापा ने काठमांडू ने बताया कि यह घटना तब हुई जब 25 से 30 भारतीय नागरिकों ने नेपाल की सीमा में घुसने की कोशिश की और दक्षिण नेपाल के सर्लाही जिले के परसा ग्रामीण नगरपालिका के अंतर्गत नारायणपुर इलाके में नेपाली सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया.
उन्होंने बताया, ‘कोविड-19 के चलते लागू लॉकडाउन का अनुपालन कराने के लिए अग्रिम चौकियों पर तैनात एनएपीएफ के जवानों ने जब उन्हें सीमा पर रोका, तब और भारतीय उन लोगों के साथ जुड़ गए और सुरक्षाकर्मियों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी.’
थापा ने कहा, ‘उन्होंने एक सुरक्षाकर्मी से हथियार छिन लिया. दस राउंड हवा में गोली चलाने के बाद हमारे कर्मचारियों ने आत्मरक्षा में गोली चलाई जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हुए हैं.’
उन्होंने बताया कि घटना ‘नो मेंस लैंड’ (दो देशों की सीमा के बीच का स्थान जिस पर किसी का अधिकार नहीं होता) से 75 मीटर भीतर नेपाल की सीमा में हुई.
अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, प्रशासन और एसएसबी के अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं और मौजूदा घटना पर शनिवार को फ्लैग मीटिंग होने की संभावना है.
उल्लेखनीय है कि इस इलाके की सुरक्षा एसएसबी की 51वीं बटालियन के जिम्मे है और यह इलाका खंभा संख्या 319 के अंतर्गत आता है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में एसएसबी महानिदेशक चंद्रा के हवाले से बताया गया कि सीतामढ़ी के सोनबरसा थाना क्षेत्र के जानकी नगर में रहने वाला लगन यादव का परिवार नेपाल सीमा के अंदर सर्लाही में नारायणपुर अपनी बहू से मिलने गया था, जो कि नेपाल की निवासी हैं.
नेपाल सीमा के अंदर दोनों परिवार एक दूसरे से बातचीत कर रहे थे, जब नेपाल सशस्त्र पुलिस बल के जवानों ने 14 जून तक लॉकडाउन लागू होने के कारण वापस जाने का कहा.
चंद्रा के मुताबिक नेपाली जवानों द्वारा महिलाओं के साथ व्यवहार को लेकर विवाद शुरू हुआ. महिलाओं के जाने के बाद यादव परिवार ने कथित तौर पर फोन करके 60 से 70 लोगों को बुला लिया.
चंद्रा ने बताया, ‘नेपाली जवानों ने दावा किया है कि ये लोग आक्रामक हो गए. विवाद बढ़ने पर उन्होंने 15 राउंड फायरिंग की, इसमें से 10 राउंड हवा में और स्थिति नियंत्रित नहीं हुई तो उन्होंने भीड़ पर गोली चला दी, जिसमें एक युवक की मौत हो गई और लगन यादव को नेपाली जवानों ने गिरफ्तार कर लिया है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)