विधानसभा चुनाव राउंड-अप: दूसरे चरण में शाम 5.30 बजे तक पश्चिम बंगाल में 80.43 फीसदी तो असम में शाम पांच बजे तक 73.03 फीसदी मतदान हुआ. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में हिंसा की घटनाओं के बीच निर्वाचन आयोग की निंदा की. एमएनएम प्रमुख कमल हासन ने कहा कि उनकी पार्टी के उम्मीदवार जीतकर विधायक बनते हैं और वे अपने वादों को पूरा नहीं करते हैं तो पार्टी राइट टू रीकॉल का प्रचलन शुरू करेगी.
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर द्रमुक नेता ए. राजा के चुनाव प्रचार करने पर बृहस्पतिवार को 48 घंटे के लिए पाबंदी लगा दी.
आयोग ने राजा को इस मामले में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का दोषी पाने के कुछ घंटे बाद यह कदम उठाया.
चुनाव आयोग ने अपने आदेश में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने को लेकर राजा को फटकार लगाते हुए द्रमुक के स्टार प्रचारकों की सूची से उनका नाम हटा दिया और 48 घंटे के लिए उनके चुनाव प्रचार करने पर ‘तत्काल प्रभाव से’ रोक लगा दी.
आदेश में कहा गया है, ‘आयोग आपको चुनाव प्रचार के दौरान भविष्य में सतर्क रहने और असंयमित, अशोभनीय, अपमानजनक, अश्लील टिप्पणी नहीं करने तथा महिला की गरिमा को ठेस नहीं पहुंचाने की हिदायत देता है. ’
हालांकि, आदेश में पाबंदी के समाप्त होने के सटीक समय के बारे में नहीं बताया गया है, लेकिन यदि राजा को आज दोपहर आदेश की प्रति मिल गई है तो वह तीन अप्रैल दोपहर तक प्रचार नहीं कर सकते हैं.
बहरहाल, 48 घंटे की पाबंदी का यह अर्थ है कि राजा तीन अप्रैल तक कोई जन सभा, रैली, संवाददाता सम्मेलन नहीं कर सकते हैं और न ही मीडिया को साक्षात्कार दे सकते हैं.
यदि कोई नेता स्टार प्रचारक है, तो उसके प्रचार का खर्च पार्टी द्वारा उठाया जाता है, न कि उम्मीदवार के खुद के द्वारा.
तमिलनाडु में एक ही चरण में छह अप्रैल को विधानसभा चुनाव होने वाला है, जिसके लिए चुनाव प्रचार चार अप्रैल की शाम समाप्त हो जाएगा.
आदेश के मुताबिक, राजा ने 31 मार्च को सौंपे गए अपने अंतरिम जवाब में आरोपों से इनकार किया था और अपनी कथित अशोभनीय टिप्पणी के पूरे विवरण की प्रति, एआईएडीएमके की शिकायत की प्रति मांगी थी तथा विस्तृत जवाब देने का मौका दिए जाने का अनुरोध किया था.
उन्होंने अपने वकील के साथ व्यक्तिगत सुनवाई की अनुमति मांगी थी.
चुनाव आयोग ने उनके जवाब के संतोषजनक नहीं होने का जिक्र करते हुए कहा कि अधिक विवरण एवं वक्त मांगना समय को खींचने की कोशिश है, लेकिन चुनाव के बीच आयोग इसकी अनुमति नहीं दे सकता है.
चुनाव आयोग ने इससे पहले राजा को अपने नोटिस में 26 मार्च को थाउजैंड्स लाइट्स विधानसभा क्षेत्र में उनके भाषण के अंश दिए थे.
उनके भाषणों का हवाला देते हुए आयोग ने यह जिक्र किया था कि राजा ने कथित तौर पर कहा था कि द्रमुक नेता एमके ‘स्टालिन अच्छे संबंध से पैदा हुए बच्चे हैं, जबकि पलानीस्वामी खराब संबंध से पैदा हुए बच्चे हैं.’
एमएनएम विधायकों को वापस बुलाने का प्रचलन शुरू करेगी: कमल हासन
कोयंबटूर: एमएनएम प्रमुख और जाने-माने अभिनेता कमल हासन ने बुधवार को कहा कि छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के उम्मीदवार जीतकर विधायक बनते हैं और वे अपने वादों को पूरा नहीं करते हैं तो पार्टी विधायकों को वापस बुलाने (राइट टू रीकॉल) का प्रचलन शुरू करेगी.
कोयंबटूर के सिंगनाल्लूर सीट के लिए चुनाव घोषणा पत्र जारी करने के कार्यक्रम के इतर पत्रकारों से बातचीत करते हुए हासन ने कहा कि पार्टी जनता को एमएनएम विधायकों को वापस बुलाने का विकल्प देकर एक प्रचलन शुरू करेगी.
उन्होंने कहा कि जब अन्य भी इस प्रचलन का अनुसरण करना शुरू कर देंगे तो यह कानून बन जाएगा.
सिंगनाल्लूर सीट से पार्टी के उपाध्यक्ष डॉ आर महेंद्रन चुनाव लड़ रहे हैं.
हासन ने कहा कि उनके निर्वाचित होने के बाद अगर वह वादे पूरे करने में नाकाम रहते हैं तो लोगों को उन्हें वापस बुलाने का अधिकार होगा.
हिंसा की घटनाओं पर ममता ने निर्वाचन आयोग की निंदा की, अदालत जाने की धमकी
नंदीग्राम: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र में छिटपुट हिंसा की घटनाओं के बीच बृहस्पतिवार को निर्वाचन आयोग की निंदा की और आरोप लगाया कि उनकी पार्टी द्वारा चुनाव संबंधी कई शिकायत दर्ज कराए जाने के बावजूद चुनाव इकाई कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. उन्होंने इस मुद्दे पर अदालत जाने की धमकी दी.
बनर्जी ने इसके साथ ही नंदीग्राम से अपनी जीत का विश्वास व्यक्त किया, जहां डेढ़ दशक पहले उन्होंने तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार द्वारा प्रस्तावित एक रसायन हब के खिलाफ किसान आंदोलन का नेतृत्व किया था.
नंदीग्राम के बोयाल में बूथ नंबर सात के बाहर व्हीलचेयर पर बैठीं बनर्जी ने कहा, ‘हमने सुबह से 63 शिकायत दर्ज कराई हैं. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है. हम इसे लेकर अदालत जाएंगे. यह अस्वीकार्य है.’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘निर्वाचन आयोग अमित शाह के इशारे पर काम कर रहा है.’
बनर्जी ने कहा, ‘दूसरे राज्यों से आए गुंडे यहां व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं.’
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख काफी समय से यह आरोप लगाती रही हैं कि मतदाताओं को धमकाने के लिए उनके प्रतिद्वंद्वी दूसरे राज्यों से गुंडे लेकर आए हैं.
बनर्जी नंदीग्राम सीट से अपने पूर्व सहयोगी शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं जो तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे.
तृणमूल कांग्रेस ने बूथ नंबर सात पर पुनर्मतदान कराए जाने की मांग की है और आरोप लगाया कि उसके कार्यकर्ताओं को भाजपा समर्थकों ने पीटा. अधिकारी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी हार रही है.
बाद में, चुनाव अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और बनर्जी से बात की तथा पुलिस बल बुलाया गया.
इससे पूर्व बनर्जी जब बोयाल पहुंचीं तो भाजपा समर्थकों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के पहुंचने के बाद भीड़ तितर-बितर हुई.
बाद में बनर्जी इस बूथ से उन अन्य क्षेत्रों के लिए रवाना हो गईं, जहां से उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने समस्या की शिकायत की थी.
उन्होंने कहा, ‘मैं नंदीग्राम को लेकर चिंतित नहीं हूं. मुझे जीत का विश्वास है, लेकिन मुझे लोकतंत्र के बारे में चिंता है.’ उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी, पहले और दूसरे चरण में जिन सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें से अधिकतर सीट जीतेगी.
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री शाह ‘केंद्रीय बलों को निर्देशित कर रहे हैं. यह शर्मनाक है. लोग उन्हें उचित जवाब देंगे. जिस तरह, यहां तक कि महिला पत्रकारों से भी धक्का-मुक्की की गई है, वह निंदनीय है.’
उन्होंने कहा कि शाह को ‘भाजपा के गुंडों’ को नियंत्रित करना चाहिए.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच दूसरे चरण की वोटिंग में शाम 5.30 बजे तक 80.43 फीसदी मतदान दर्ज किया गया.
पश्चिम बंगाल की 294 सीटों पर 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में मतदान हो रहे हैं. बृहस्पतिवार को दूसरे चरण में 30 सीटों पर मतदान हुआ. तीसरे चरण में 31 सीटों पर मतदान छह अप्रैल को होगा, जबकि पहले चरण में 27 मार्च को 30 सीटों पर वोटिंग हुई थी.
भाजपा ने ममता बनर्जी के खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई
कोलकाता: भाजपा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणियों को लेकर उनके खिलाफ निवार्चन आयोग में शिकायत दर्ज कराई और आरोप लगाया है कि वह अपनी रैलियों में संबोधन के दौरान भगवा दल के समर्थकों को धमकी दे रही हैं.
भगवा दल ने अपनी शिकायत में कहा है कि बनर्जी ने एक चुनाव सभा में भाजपा समर्थकों को यह कहकर धमकी दी कि एक दिन अर्धसैनिक बल वापस चले जाएंगे और तब प्रतिद्वंद्वियों को कौन बचाएगा.
निर्वाचन आयोग को मंगलवार को लिखे पत्र में भाजपा ने आरोप लगाया है कि निर्वाचन आयोग की ‘अग्र सक्रिय भूमिका’ के बावजूद तृणमूल कांग्रेस प्रमुख की टिप्पणियों की वजह से पिछले कुछ दिनों में बंगाल में ‘बड़े पैमाने पर हिंसा’ की खबरें मिली हैं.
भाजपा ने अपने दावे के समर्थन में एक वीडियो का उल्लेख किया है, जो 29 मार्च को नंदीग्राम में हुई बनर्जी की सभा का बताया जाता है.
पत्र में बनर्जी के हवाला देते हुए कहा गया है, ‘बैठक में उन्होंने कहा कि एक दिन केंद्रीय अर्धसैनिक बल वापस चले जाएंगे, लेकिन वह बंगाल में रहेंगी. तब उनके प्रतिद्वंद्वियों को कौन बचाएगा.’
इस पत्र पर भाजपा नेताओं-शिशिर बाजौरिया, अर्जुन सिंह और प्रताप बनर्जी के हस्ताक्षर हैं.
भाजपा ने बनर्जी के भाषण को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन भी करार दिया.
पश्चिम बंगाल: तृणमूल कार्यकर्ता की चाकू घोंपकर हत्या, सात लोग गिरफ्तार
केशपुर (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत मतदान शुरू होने से पहले बृहस्पतिवार तड़के पश्चिम मेदिनीपुर जिले में तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की कथित रूप से चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई.
पुलिस ने बताया कि 48 वर्षीय उत्तम दोलुई कुछ लोगों के साथ जिले में केशपुर इलाके के हरिहरपुर में एक स्थानीय क्लब में थे, तभी करीब 10-15 लोगों ने उन पर धारदार हथियारों से कथित रूप से हमला कर दिया.
उन्होंने बताया कि उनकी मेदिनीपुर स्थित अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई.
दोलुई के परिवार ने आरोप लगाया कि इलाके में चुनाव से पहले तनाव पैदा करने और मतदाताओं को डराने के इरादे से भाजपा के ‘गुंडों’ ने दोलुई पर हमला किया.
भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हिंसा करने का कोई कारण नहीं है, क्योंकि वह केशपुर सीट पर जीत को लेकर आश्वस्त हैं.
इस घटना से क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया है. क्षेत्र में राजनीतिक हिंसा का इतिहास रहा है.
चुनाव आयोग ने कहा कि घटना को लेकर जिला अधिकारियों से रिपोर्ट देने को कहा गया है. पुलिस ने बताया कि घटना के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि मामले में जांच जारी है.
नंदीग्राम में फांसी पर लटका पाया गया भाजपा कार्यकर्ता
नंदीग्राम: पश्चिम बंगाल में पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में एक भाजपा कार्यकर्ता बृहस्पतिवार को अपने घर में फांसी पर लटका हुआ पाया गया, जिससे हाई प्रोफाइल इस सीट पर चल रहे मतदान के बीच इलाके में तनाव पैदा हो गया है.
पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह नंदीग्राम के भेकुटिया इलाके में उदय दुबे अपने घर पर फांसी पर लटका हुआ मिला.
भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि 30 मार्च को भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी के समर्थन में इलाके में प्रचार करने वाले सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती के रोडशो में भाग लेने के बाद से दुबे को तृणमूल कांग्रेस से धमकियां मिल रही थीं, जिससे वह तनाव में था.
उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा हो सकता है कि टीएमसी के ‘गुंडों’ ने उसे फांसी पर लटकाया हो.
टीएमसी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया और मौत को लेकर राजनीति करने के लिए भाजपा पर निशाना साधा. टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया, ‘दुबे ने पारिवारिक दिक्कत के कारण आत्महत्या कर ली.’
पुलिस ने बताया कि अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर लिया गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत की असली वजह का पता चल पाएगा.
असम चुनाव महागठबंधन के ‘महाझूठ’ और डबल इंजन के ‘महाविकास’ के बीच: मोदी
कोकराझार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि असम विधानसभा का चुनाव कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन के ‘महाझूठ’ और भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के ‘महाविकास’ के बीच है.
कोकराझार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर राज्य की जनता को क्षेत्र के हिसाब से बांटने का आरोप लगाया और कहा कि असम के निरंतर विकास के लिए ‘डबल इंजन’ की सरकार जरूरी है.
उन्होंने कहा, ‘यह चुनाव महागठबंधन के महाझूठ और डबल इंजन के महाविकास के बीच है. कांग्रेस ने हमारे सत्रों, हमारे नामघरों को अवैध कब्जा गिरोहों के हवाले किया, राजग ने उनको मुक्त किया. कांग्रेस ने बराक, ब्रह्मपुत्र, पहाड़, मैदान सबको भड़काया जबकि राजग ने इनको विकास के सेतु से जोड़ा है.’
ज्ञात हो कि कांग्रेस ने असम में बदरूद्दीन अजमल के नेतृत्व वाले ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के साथ समझौता किया है.
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस एक ‘महाझूठ’ बनाकर, फिर से कोकराझार सहित पूरे बोडोलैंड क्षेत्र को छलने निकली है.
उन्होंने कहा, ‘जिस दल के नेताओं ने कोकराझार को हिंसा की आग में झोंका था, आज कांग्रेस ने अपना हाथ और अपना भाग्य उन लोगों को थमा दिया है.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि असम के निरंतर विकास के लिए डबल इंजन की सरकार जरूरी है. उन्होंने कहा, ‘यानि केंद्र में भी राजग की सरकार और राज्य में भी राजग की सरकार. जब दोनों की ताकत लगती है तो और तेजी से काम होते हैं.’
बता दें कि असम में दूसरे चरण में विधानसभा की 39 सीटों पर शाम पांच बजे तक 73.45 लाख मतदाताओं में से 73.03 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.
असम में चुनाव के दौरान 110 करोड़ का सामान जब्त, बरामदगी के सभी रिकॉर्ड टूटे
गुवाहाटी: असम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नितिन खाड़े ने बुधवार को बताया कि असम विधानसभा चुनावों के दौरान विभिन्न एजेंसियों ने नकदी, शराब, ड्रग्स 110 करोड़ रुपये के मूल्य का सामान जब्त किया और इसी के साथ बरामदगी के सभी पुराने रिकॉर्ड टूट गए.
राज्य में 2016 में हुए चुनावों में केंद्रीय और राज्य एजेंसियों ने 20 करोड़ रुपये कीमत का सामान जब्त किया था.
खाड़े ने गुवाहाटी में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘असम विधानसभा चुनावों के मद्देनजर 26 फरवरी से आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के बाद से अभी तक 110.83 करोड़ रुपये कीमत की नकदी और अन्य वस्तुएं जब्त की गई हैं.’
उन्होंने बताया, ‘अभी तक 34.29 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ, 33.29 करोड़ रुपये कीमत की 16.61 लाख लीटर शराब, 24.50 करोड़ रुपये नकदी और 3.68 करोड़ रुपये का सोना-चांदी जब्त किया गया है.’
उन्होंने बताया, असम पुलिस, उड़न दस्ते, आबकारी विभाग सहित अन्य एजेंसियों द्वारा ये तमाम चीजें असम के विभिन्न जिलों से जब्त की गई हैं.
खाड़े ने बताया कि उपहार, विदेशों में बनी सिगरेट, पोस्ता, काली मिर्च, पान मसाला, सुपारी सहित अन्य चीजें भी जब्त की गई हैं, जिनकी कीमत 14.91 करोड़ रुपये है.
अधिकारी ने बताया, ‘अभी तक राज्य में खर्च की सीमा का उल्लंघन करने को लेकर 50 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं जबकि आबकारी नियमों के उल्लंघन को लेकर 5,234 प्राथमिकी दर्ज हुई हैं.’
हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इन प्राथमिकी के सिलसिले में कितने लोगों को हिरासत में लिया गया है.
आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के संदर्भ में खाड़े ने बताया, ‘कुल 2,696 मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें से 1,272 मामले ऑनलाइन ई-विजिल ऐप के माध्यम से दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 908 मामले सही निकले हैं.’
केरल: मुख्यमंत्री विजयन ने विकास के मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष चेन्नीथला को बहस की चुनौती दी
तिरुवनंतपुरम: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने वर्तमान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता रमेश चेन्नीथला को राज्य के विकास एवं कल्याण के मुद्दे पर बहस की बृहस्पतिवार को चुनौती दी.
उन्होंने यह चुनौती ऐसे समय दी है, जब विधानसभा चुनाव में एक हफ्ते से भी कम का समय बचा है.
कन्नूर में पार्टी के लिए प्रचार करने आए विजयन ने पत्रकारों से बातचीत में जानना चाहा कि क्या कांग्रेस नेता विकास के मुद्दे पर चर्चा और पूर्ववर्ती संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की उपलब्धियों की तुलना निवर्तमान वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ) की सरकार से करने को तैयार हैं?
गत रात विजयन ने ट्वीट किया था, ‘हम चुनाव प्रचार के आखिरी चरण में हैं. केरल जानना चाहता है कि क्या विपक्ष विकास और कल्याण के मुद्दे पर चर्चा को इच्छुक है, क्या वे वर्ष 2011 से 2016 के बीच अपनी उपलब्धि से हमारी गत पांच साल की उपलब्धि की तुलना करने को तैयार हैं.’
उन्होंने पूछा, ‘क्या नेता प्रतिपक्ष आप तैयार हैं?’
कांग्रेस की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘जो विकास का विरोध करते हैं उन्होंने एलडीएफ के खिलाफ राज्य स्तर पर गठबंधन किया है. जब उनसे पूछा जाता है कि क्या वे राज्य के विकास के बारे में चर्चा करने को तैयार हैं, तो वे शरमा कर भागने लगते हैं.’
गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशन के नवीनतम सर्वेक्षण का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केरल देश के सबसे कम भ्रष्टाचार वाला राज्य है और संगठन ने यह भी पाया कि कांग्रेस शासित राजस्थान भ्रष्टाचार के मामले में शीर्ष पर है, जहां भ्रष्टाचार पर कोई नियंत्रण नहीं है.
भाजपा की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नेताओं को राज्य के सामाजिक ताने-बाने की कोई जानकारी नहीं है और वे विमान से केरल आते हैं और राज्य के नेताओं की झूठ को दोहराते हैं.
विजयन ने कहा, ‘कुछ ईसा मसीह और जूडस के नाम का इस्तेमाल कर कुछ मतदाताओं को लुभाना चाहते हैं, लेकिन ये लोग ही देश के अन्य हिस्सों में यात्रा या प्रार्थना की अनुमति नहीं देकर ईसाइयों पर हमला करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हम ग्राहम स्टेन और उनके दो बच्चों को नहीं भूले हैं और न ही कंधमाल हिंसा को भूले हैं. जो उन हिंसा की घटनाओं में शामिल थे, उन्हें केंद्र सरकार में जगह दी गई है.’
उल्लेखनीय है कि ग्राहम स्टुअर्ट स्टेन ऑस्ट्रेलियाई मिशनरी थे और वर्ष 2009 में कथित रूप से बजरंग दल के सदस्यों ने ओडिशा में उन्हें उनके दो बच्चों के साथ जिंदा जला दिया था.
केरल: माकपा का आरोप- चेन्नीथला ने मतदाताओं की जानकारी विदेशी साइटों को लीक की
तिरुवनंतपुरम: केरल में सत्तारूढ़ माकपा ने बृहस्पतिवार को विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला पर आरोप लगाया कि वह राज्य के मतदाताओं की व्यक्तिगत जानकारी एक विदेशी वेबसाइट को लीक कर रहे हैं.
माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य एमए बेबी ने 4.3 लाख मतदाताओं का विवरण चेन्नीथला द्वारा जारी करने के एक दिन बाद यह गंभीर आरोप लगाया है. इन मतदाताओं के नाम वेबसाइट ऑपरेशन ट्वीन्स डॉट कॉम के जरिये मतदाता सूची में कथित तौर पर कई बार आए थे.
बेबी ने तिरुवनंतपुरम में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘यहां तक कि मतदाताओं की व्यक्तिगत सूचना का विश्लेषण किया गया और वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया. इसके साथ सभी व्यक्तिगत जानकारी वेबसाइट द्वारा प्राप्त की गई, जिसका आईपी पता सिंगापुर का है.’
उन्होंने कहा कि लोगों की तस्वीर के साथ व्यक्तिगत जानकारी एक विदेशी कंपनी को साझा करने की गतिविधि में गंभीर कानूनी मुद्दे शामिल हैं.
वाम दल नेता ने सवाल किया कि क्या चेन्नीथला ने इसके लिए किसी व्यक्ति से पूर्वानुमति ली थी. उन्होंने कहा कि इसमें कानून का उल्लंघन हुआ है और कानूनी विशेषज्ञों से विषय की जांच करने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि कथित डबल वोट के मामले में आवश्यक कार्रवाई करना चुनाव आयोग पर निर्भर करता है.
सूची में एक ही व्यक्ति के नाम की दो बार प्रविष्टि होने के पीछे एलडीएफ का हाथ होने के चेन्नीथला के आरोप पर बेबी ने पलटवार करते हुए कहा कि मतदाता सूची में गड़बड़ी करने का कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा है.
चेन्नीथला ने बुधवार को कहा था कि मतदाता सूची की पड़ताल से यह साबित होगा कि छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राज्य की मतदाता सूची में 4,34,042 से अधिक फर्जी और एक ही व्यक्ति की कई बार प्रविष्टियां हैं.
हालांकि, चुनाव आयोग ने केरल उच्च न्यायालय को मंगलवार को बताया था कि उसकी पड़ताल में मतदाता सूचियों में 3,16,671 प्रविष्टियों में केवल 38,586 समान प्रविष्टियों की पहचान हुई.
एआईएनआरसी ने घोषणा पत्र में पुदुचेरी को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने का वादा किया
पुदुचेरी: एआईएनआरसी के संस्थापक नेता एन. रंगासामी ने पुदुचेरी विधानसभा चुनाव के लिए जारी अपनी पार्टी के घोषणा पत्र में केंद्रशासित प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए कदम उठाने, दोपहिया वाहनों पर हेलमेट पहनने से छूट एवं सरकारी नौकरियों में आवेदन के लिए अधिकतम उम्र सीमा में वृद्धि समेत कई अन्य वादे किए हैं.
पुदुचेरी में छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रंगासामी ने बुधवार को यह घोषणा पत्र जारी किया. उन्होंने कहा कि राजकोषीय कठिनाइयों से निपटने और निर्वाचित सरकार का दर्जा बनाए रखने के लिए पूर्ण राज्य का दर्जा ही एकमात्र उपाय है.
घोषणा पत्र में पार्टी ने दोपहिया वाहनों के सवारों के लिए निगम की सीमा के भीतर हेलमेट पहनने से छूट देने का वादा किया है.
पार्टी ने केंद्रशासित क्षेत्र में सरकारी नौकरियों में आवेदन के लिए अधिकतम उम्र सीमा 30 वर्ष से बढ़ाकर 40 साल करने का भी वादा किया है.
घोषणा पत्र में इसके अलावा अन्य वादे किए गए हैं, जिनमें इंजीनियरिंग, मेडिकल एवं अन्य स्नातक पाठ्यक्रमों में सरकारी स्कूल के छात्रों के लिए दस फीसदी आरक्षण के अलावा पांडिचेरी केंद्रीय विश्वविद्यालय में केंद्रशासित प्रदेश के छात्रों के लिए 25 फीसदी आरक्षण आदि शामिल हैं .
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)