बिहारः शैक्षणिक संस्थान बंद कराने के आदेश के ख़िलाफ़ छात्रों ने जमकर किया उपद्रव

बिहार के रोहतास ज़िले के सासाराम का मामला. सरकार ने राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर शैक्षणिक संस्थानों को बंद कराने के आदेश दिए थे. इसके विरोध में छात्रों ने सार्वजनिक संपत्ति नष्ट की, अधिकारियों पर पथराव किया और कलक्ट्रेट गेट में आग लगा दी. छात्रों और शैक्षणिक संस्थानों का कहना है कि सरकार जब मॉल और सिनेमा हॉल नहीं बंद करा रही है तो केवल कोचिंग ही क्‍यों बंद कराया जा रहा है.

Rohtas: Students during a protest over closure of coaching institutions, at Sasaram in Rohtas district, Monday, April 5, 2021. (PTI Photo)(PTI04 05 2021 000100B)

बिहार के रोहतास ज़िले के सासाराम का मामला. सरकार ने राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर शैक्षणिक संस्थानों को बंद कराने के आदेश दिए थे. इसके विरोध में छात्रों ने सार्वजनिक संपत्ति नष्ट की, अधिकारियों पर पथराव किया और कलक्ट्रेट गेट में आग लगा दी. छात्रों और शैक्षणिक संस्थानों का कहना है कि सरकार जब मॉल और सिनेमा हॉल नहीं बंद करा रही है तो केवल कोचिंग ही क्‍यों बंद कराया जा रहा है.

Rohtas: Students during a protest over closure of coaching institutions, at Sasaram in Rohtas district, Monday, April 5, 2021. (PTI Photo)(PTI04 05 2021 000100B)
बिहार के रोहतास जिले के सासाराम में एक कोचिंग संस्थान बंद होने के कारण छात्रों ने प्रदर्शन किया. (फोटो: पीटीआई)

पटनाः बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य सरकार के निजी सरकारी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने के आदेश के खिलाफ सासाराम में छात्र सड़कों पर उतर आए.

सरकार की ओर से कोरोना से बचाव को लेकर जारी किए गए दिशानिर्देशों के विरोध में राज्य के रोहतास जिले के सासाराम के शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों ने सड़क पर तोड़फोड़ की.

इस दौरान छात्रों ने कई वाहनों के शीशे तोड़ डाले. छात्रों ने अदालत के बाहर भी उपद्रव किया.

उपद्रवी छात्रों को हटाने को लेकर पुलिस ने हवाई फायरिंग की और आंसू गैस का इस्तेमाल किया.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रों ने सार्वजनिक संपत्ति नष्ट की और इमारतों को बंद कराने के लिए क्षेत्र में पहुंचे अधिकारियों पर पथराव किया.

रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रों का आरोप है कि सरकार शैक्षणिक संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है जबकि कोरोना दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाले खुलेआम भीड़ भरे बाजारों में घूमते हैं और सार्वजनिक बैठकों में भाग लेते हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, सासाराम में हिंसा के बाद नौ छात्रों को हिरासत में ले लिया गया है. उग्र छात्रों ने रोहतास जिले के तहत आने वाले सासाराम के पोस्ट ऑफिस चौक पर विरोध प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट गेट को आग के हवाले कर दिया. पुलिस को शांति व्यवस्था बहाल करने के लाठीचार्ज करना पड़ा.

पुलिस का कहना है कि इस हिंसा में असामाजिक तत्व शामिल थे.

वहीं, सासाराम में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘ऐसा लगता है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने इन छात्रों को भड़काया, जिससे सरकारी संपत्ति नष्ट की गई और वाहनों में आग लगाई गई.’

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, सासाराम नगर थाना क्षेत्र के गौरक्षणी मोहल्ले में कोचिंग बंद कराने गए नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अभ‍िषेक आनंद की गाड़ी में छात्रों ने तोड़-फोड़ की.

इसके बाद छात्रों ने पूरे शहर की सड़कों पर जमकर आगजनी, हंगामा और तोड़फोड़ की है. हंगामा कर रहे छात्रों ने सासाराम-आरा स्टेट हाइवे को जाम कर दिया था. पुलिस बलों की ओर से लाठीचार्ज के बाद स्थिति कुछ नियंत्रित हुई है, लेकिन कुछ इलाकों में छात्र अभी भी हंगामा कर रहे हैं.

बता दें कि बिहार सरकार ने 11 अप्रैल तक राज्य के स्कूलों और कॉलेजों को दोबारा खोलने के फैसले को टाल दिया है. बिहार के कई निजी कोचिंग संचालक इसका विरोध कर रहे हैं.

दैनिक जागरण के अनुसार, उनका कहना है कि सरकार जब मॉल और सिनेमा हॉल नहीं बंद करा रही है तो केवल कोचिंग ही क्‍यों बंद कराया जा रहा है. कोचिंग बंद कराए जाने से छात्रों का शैक्षणिक भविष्‍य चौपट हो जाएगा. अभी परीक्षाओं का दौर चल रहा है. ऐसे में कोचिंग को सभी सावधानियों का पालन करते हुए खोलने की इजाजत दी जानी चाहिए.