भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 13,358,805 हो गई है. महामारी से एक दिन में 839 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 169,275 हो चुकी है. बीते साल 18 अक्टूबर के बाद एक दिन में जान गंवाने वाले लोगों की यह सर्वाधिक संख्या है. विश्व में संक्रमण के कुल मामले 13.54 करोड़ से ज़्यादा है, जबकि 29.28 लाख से अधिक लोगों जान गंवा चुके हैं.
नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 के नए मामलों की संख्या पहली बार 1.5 लाख के पार कर गए. बीते एक दिन में रिकॉर्ड 152,879 नए मामले आने से संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 13,358,805 हो गई.
वर्तमान में देश में इस बीमारी का इलाज करा रहे लोगों यानी सक्रिय मामलों की संख्या महामारी शुरू होने के बाद से पहली बार 11 लाख के आंकड़े के पार चली गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, महामारी से एक दिन में 839 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 169,275 हो गई है. 18 अक्टूबर 2020 के बाद से इस बीमारी से एक दिन में जान गंवाने वाले लोगों की यह सर्वाधिक संख्या है.
मंत्रालय ने बताया कि संक्रमण के मामलों में लगातार 32वें दिन वृद्धि हुई है. देश में अब भी 1,108,087 लोग संक्रमित हैं, जो संक्रमण के कुल मामलों का 8.29 प्रतिशत है, जबकि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर गिरकर 90.44 प्रतिशत रह गई है.
देश में सबसे कम 135,926 उपचाराधीन मरीज 12 फरवरी को थे और सबसे अधिक 1,017,754 उपचाराधीन मरीज 18 सितंबर 2020 को थे, लेकिन अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या इस आंकड़े से भी आगे निकल गई है.
आंकड़ों के अनुसार इस बीमारी को अब तक 12,081,443 लोग शिकस्त दे चुके हैं, जबकि मृत्यु दर 1.27 प्रतिशत है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक 10 अप्रैल तक 256,626,850 नमूनों की जांच की जा चुकी है जिनमें से 1,412,047 नमूनों की जांच शनिवार को की गई.
बीते 24 घंटे के दौरान जिन 839 लोगों की इस संक्रामक बीमारी से मौत हुई है, उनमें से महाराष्ट्र में 309, छत्तीसगढ़ में 123, पंजाब में 58, गुजरात में 49, उत्तर प्रदेश में 46, दिल्ली में 39, कर्नाटक में 36, मध्य प्रदेश में 24, तमिलनाडु में 23, राजस्थान में 18, केरल और झारखंड में 17-17, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 12-12 और हरियाणा में 11 लोगों की मौत हुई है.
देश में कोरोना वायरस से अब तक 169,275 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 57,638 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 12,886 की तमिलनाडु, 12,849 की कर्नाटक, 11,235 की दिल्ली, 10,390 की पश्चिम बंगाल, 9,085 की उत्तर प्रदेश, 7,448 की पंजाब और 7,291 लोगों की मौत आंध्र प्रदेश में हुई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक लोगों को पहले से अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (सात अगस्त को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त को) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (पांच सितंबर) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर को) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर को) होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर) होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर को) होने में 29 दिन लगे.
देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
24 घंटे में सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो 10 अप्रैल को 145,384, नौ अप्रैल को 1,31,968, आठ अप्रैल को 1,26,789, सात अप्रैल को 1,15,736, छह अप्रैल को 96,982, पांच अप्रैल को 103,558, चार अप्रैल को 93,249, तीन अप्रैल को 89,129, दो अप्रैल को 81,466 और एक अप्रैल को 72,330 नए मामले सामने आए थे.
इसी तरह 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या10 अप्रैल को 794, नौ अप्रैल को 780, आठ अप्रैल को 685, सात अप्रैल को 630, छह अप्रैल को 446, पांच अप्रैल को 478, चार अप्रैल को 513, तीन अप्रैल को 714, दो अप्रैल को 469 और एक अप्रैल को 459 रही थी.
मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.
फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.
जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.
इससे पहले दिसंबर महीने में 24 घंटे के दौरान पांच दिसंबर को संक्रमण के अधिकतम 36,652 मामले सामने आए थे और चार दिसंबर को संक्रमण से अधिकतम 540 लोगों की मौत हुई थी.
नवंबर महीने 24 घंटे के दौरान सात नवंबर को संक्रमण के अधिकतम 50,356 मामले सामने आए थे और पांच नवंबर को संक्रमण से अधिकतम 704 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने की बात करें तो एक तारीख को अधिकतम 86,821 और 28 अक्टूबर को न्यूनतम 43,893 मामले 24 घंटे के दौरान सामने आए थे. अक्टूबर में 24 घंटे में मरने वालों की अधिकतम संख्या 1 अक्टूबर को 1,181 थी.
सात सितंबर को 90,802 और 30 सितंबर को 80,472 नए मामले दर्ज किए गए थे. सात से 30 सितंबर के बीच नए मामलों की संख्या घटती बढ़ती रही. इस अवधि में 22 सितंबर को 75,083 (न्यूनतम) और 17 सितंबर को 97,894 (अधिकतम) मामले दर्ज किए गए थे, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा भी है.
छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
सितंबर महीने में एक दिन में मरने वालों की बात करें तो एक सितंबर को इनकी संख्या 819 और 29 सितंबर को न्यूनतम 776 थी. इन दो तारीखों के अलावा पूरे महीने हर दिन मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है. 16 सितंबर को 1290 लोगों की जान गई, जो एक दिन में मरने वालों का सर्वाधिक आंकड़ा है.
10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या 1007 से अधिकतम 1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा 507 से 1,129 के बीच रहा.
11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या 300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार 400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई थी.
दुनियाभर में मामले 13.54 करोड़ से ज़्यादा, 29.28 लाख से अधिक लोगों की मौत
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 135,402,690 हो गए हैं और अब तक 2,928,914 लोगों की जान जा चुकी है.
दुनियाभर में महामारी से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 31,151,493 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 561,773 हो चुकी है.
वायरस से सर्वाधिक प्रभावित दूसरे देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 13,445,006 मामले मिले हैं और 351,334 लोग दम तोड़ चुके हैं.
उसके बाद भारत दुनिया में तीसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है. भारत के बाद चौथे सर्वाधिक प्रभावित देश फ्रांस में संक्रमण के 5,001,685 मामले आए हैं और 98,213 लोगों ने जान गंवा दी है.
फ्रांस के बाद पांचवें सर्वाधिक प्रभावित देश रूस में संक्रमण के 4,589,209 मामले आए हैं, जबकि 101,282 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
रूस के बाद छठे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्रिटेन में संक्रमण के 4,382,880 मामले आए हैं, जबकि 127,324 मरीजों की मौत के मामले सामने आए हैं.
ब्रिटेन बाद सातवें सर्वाधिक प्रभावित देश तुर्की में संक्रमण के 3,798,333 मामले सामने आए हैं और 33,702 मौतें हुई हैं. तुर्की के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश इटली में संक्रमण 3,754,077 मामले दर्ज हुए हैं जबकि 113,923 मौतें हुई हैं.
इटली के बाद नौवें प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 3,347,512 मामले (शनिवार तक) सामने आए हैं और 76,328 मौतें हुई हैं. स्पेन के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश जर्मनी में संक्रमण के 3,009,452 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 78,402 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)