यूपी ब्लॉक प्रमुख चुनाव: हिंसा, हत्या, पत्रकार व पुलिस की पिटाई के बीच भाजपा का भव्य जीत का दावा

उत्तर प्रदेश में शनिवार को पंचायत ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव के दौरान के कम से कम 18 ज़िलों से हिंसा की सूचना मिली. इटावा में पथराव और गोलीबारी हुई, जहां से सामने आए एक वीडियो में पुलिसकर्मी भाजपा सदस्यों द्वारा उनसे मारपीट और बम लाने की बात कहते सुनाई दिए. साथ ही एक पत्रकार ने उन्नाव में चुनाव की रिपोर्टिंग के दौरान मुख्य विकास अधिकारी और भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें पीटने की बात कही है.

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उन्नाव में पत्रकार की पिटाई करते मुख्य विकास अधिकारी. (फोटो: स्क्रीनग्रैब/@manishjagan)

उत्तर प्रदेश में शनिवार को पंचायत ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव के दौरान के कम से कम 18 ज़िलों से हिंसा की सूचना मिली. इटावा में पथराव और गोलीबारी हुई, जहां से सामने आए एक वीडियो में पुलिसकर्मी भाजपा सदस्यों द्वारा उनसे मारपीट और बम लाने की बात कहते सुनाई दिए. साथ ही एक पत्रकार ने उन्नाव में चुनाव की रिपोर्टिंग के दौरान मुख्य विकास अधिकारी और भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें पीटने की बात कही है.

उन्नाव में पत्रकार की पिटाई करते मुख्य विकास अधिकारी. (फोटो: स्क्रीनग्रैब/@manishjagan)

लखनऊ: शनिवार को पंचायत ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के कम से कम 18 जिलों से हिंसा की सूचना मिली और इटावा में बरहपुरा ब्लॉक में पथराव और गोलीबारी हुई.

पुलिस ने कहा कि वे इटावा के एएसपी (शहर) के एक वीडियो की तलाश कर रहे हैं जिसमें कहा गया था कि भाजपा नेता बम लाए थे और उन्हें थप्पड़ मारा था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि अधिकारियों को इन जिलों में, खासकर नतीजों के बाद होने वाले विजय जुलूसों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं.

इटावा वीडियो के बारे में एडीजी ने कहा, ‘हमने अधिकारियों को उन सभी जगहों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है जहां घटनाएं हुई थीं. इटावा में हुई घटना की भी जांच की जाएगी और प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.’

वीडियो में एएसपी प्रशांत कुमार प्रसाद कहते सुनाई दे रहे हैं, ‘सर, वे पत्थर लाए थे. उन्होंने मुझे थप्पड़ भी मारे. वे बम लाए थे, भाजपा के लोग, विधायक और जिलाध्यक्ष.’

https://twitter.com/BosJaggu/status/1413885282659733510

यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं पर मामला दर्ज किया जाएगा, इटावा के एसएसपी बृजेश कुमार सिंह ने कहा, ‘हम फुटेज देखेंगे और जिसने भी ऐसा किया है उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.’

भाजपा के राज्य प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि अधिकारियों ने इटावा और उन्नाव दोनों जगहों की घटनाओं का संज्ञान लिया है, जहां एक पत्रकार को कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं सहित भीड़ ने पीटा था.

त्रिपाठी ने कहा, ‘निष्पक्ष जांच कराई जाएगी. और जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कानून के अनुसार कार्रवाई होगी. किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे सत्ताधारी दल के हैं.’

इटावा के एसएसपी ने कहा कि बरहपुरा ब्लॉक में मतदान सुचारू रूप से चल रहा था, जब कुछ लोगों ने मतदान केंद्र के 200 मीटर के करीब आने की कोशिश की. जब उन्हें बैरिकेड्स पर रोका गया, तो भीड़ ने पथराव किया और गोलियां चला दीं. पुलिसकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई की और सुनिश्चित किया कि भीड़ तितर-बितर हो… मौके से सात कारतूस बरामद किए गए.

सिंह ने कहा कि उन्होंने घटना के वीडियो फुटेज को जब्त कर लिया है और इसके आधार पर कार्रवाई करेंगे.

इटावा के अलावा, उन्नाव, हाथरस, अमेठी, बलिया, सिद्धार्थ नगर, कानपुर, मऊ, हमीरपुर, अमरोहा, लखनऊ, सुल्तानपुर, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, फिरोजाबाद, प्रतापगढ़, कानपुर देहात, चंदौली से हिंसा और झड़प की खबरें हैं.

उन्नाव में एक पत्रकार ने आरोप लगाया कि मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) दिव्यांशु पटेल और भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई की, जब वह बांगरमऊ इलाके के एक मतदान केंद्र से रिपोर्टिंग कर रहे थे.

सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में खुद को एक टीवी चैनल का कैमरापर्सन बताने वाले 28 वर्षीय कृष्णा तिवारी को पुलिस की मौजूदगी में आधिकारिक दंगा गियर में एक व्यक्ति द्वारा मारा जा रहा था. तिवारी ने दंगा करने वाले अधिकारी की पहचान पटेल के रूप में की.

तिवारी ने कहा कि कुछ लोग स्कॉर्पियो कार में आए थे और उनके साथ मारपीट की और उनके दोनों मोबाइल फोन तोड़ दिए.

उन्होंने कहा, ‘पार्टी के कई कार्यकर्ता इधर-उधर घूम रहे थे, लेकिन पुलिस ने किसी को नहीं पकड़ा. उसके बाद सीडीओ साहब पुलिस बल के साथ आए. क्षेत्राधिकारी भी मौजूद थे. उन्होंने मुझे धक्का दिया. मैंने उनसे कहा कि मैं एक पत्रकार हूं, लेकिन उन्होंने (सीडीओ) मुझे पीटना शुरू कर दिया. उन्होंने मुझे भी गाली दी.’

तिवारी ने कहा कि स्कार्फ पहने भाजपा कार्यकर्ता भी उस भीड़ का हिस्सा थे जिसने उन्हें मारा. उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. वे खुलेआम घूम रहे हैं.

घटना के बाद उन्नाव जिले के मियागंज में पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन किया. लखनऊ (रेंज) के महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह ने कहा कि तिवारी की ओर से शिकायत की गई है और मामले की जांच की जाएगी.

कॉल और मैसेज के बावजूद टिप्पणी के लिए सीडीओ पटेल से संपर्क नहीं हो सका.

इसी तरह हाथरस जिले के सिकंदर राव ब्लॉक में एक उम्मीदवार के समर्थकों ने कथित तौर पर तोड़फोड़ और बवाल किया.

हाथरस के एसपी विनीत जायसवाल ने कहा, ‘जब मतदान हो रहा था, उम्मीदवार सुदामा देवी और अभय प्रताप एक पक्ष में दिखाई दिए, देवी के समर्थक बैरिकेड्स तोड़कर प्रखंड कार्यालय की ओर दौड़ पड़े. जब उन्हें रोका गया तो उन्होंने पथराव किया और पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी. उन्होंने बसों में तोड़फोड़ भी की. हल्के बल के प्रयोग से उन्हें दूर धकेल दिया गया. कुछ दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.’

जायसवाल ने देवी के बेटे देवेंद्र यादव (आपराधिक इतिहास वाले) के दावों का खंडन किया कि उन्हें प्रताप के समर्थकों ने गोली मार दी थी.

बहराइच जिले में प्रखंड विकास समिति (बीडीसी) के एक सदस्य के रिश्तेदार की हत्या के मामले में एक थाना प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि बीडीसी सदस्य यदुरै देवी के बहनोई मायाराम की गुरुवार को उस समय हत्या कर दी गई, जब वह एक उम्मीदवार के पति और समर्थकों द्वारा देवी के अपहरण के कथित प्रयास को रोकने की कोशिश कर रहे थे.

मामले के मुख्य आरोपी सुधीर यज्ञसैनी सरिता यज्ञसेनी के पति हैं, जिन्हें शिवपुर ब्लॉक प्रमुख पद के लिए भाजपा ने समर्थन दिया था.

उन्होंने शनिवार को हुए चुनावों में जीत हासिल की. उन्हें 70 वोट मिले जबकि सपा समर्थित उनके प्रतिद्वंदी को 50 वोट मिले.

पुलिस के मुताबिक, सुधीर ने समर्थकों और एक गनर के साथ वोट हासिल करने के लिए देवी का अपहरण करने की कोशिश की. 10 आरोपी लोगों में एक कांस्टेबल भी शामिल है.

शुक्रवार को बहराइच की एसपी सुजाता सिंह ने कहा था कि दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा (एनएसए) कानून लागू किया जाएगा.

भाजपा का क्षेत्र पंचायत प्रमुख की 635 से अधिक सीट जीतने का दावा, विपक्ष का सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप

उत्तर प्रदेश में क्षेत्र पंचायत प्रमुखों के निर्वाचन के लिए शनिवार को मतदान और मतगणना लगभग पूरी हो गई है लेकिन राज्‍य निर्वाचन आयोग की ओर से रात तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई.

इससे इतर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने क्षेत्र पंचायत प्रमुख की 825 सीटों में 635 से अधिक पर भाजपा और सहयोगी दलों के जीत का दावा किया है, जबकि समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने भाजपा पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर क्षेत्र पंचायत प्रमुख के पदों पर कब्जा करने का आरोप लगाया.

प्रदेश में 476 प्रमुख क्षेत्र पंचायत पदों के लिए मतदान शनिवार सुबह 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक, झड़प और छिटपुट घटनाओं के बीच संपन्न हुआ. मतदान समाप्त होते ही वोटों की गिनती शुरू हुई, जिसमें अधिकांश क्षेत्रों में परिणाम घोषित हो गए लेकिन कुछ सीटों पर मतगणना जारी है.

राज्य पुलिस के अनुसार शनिवार को चुनाव के दौरान 17 जिलों से नारेबाजी और झड़प की सूचना है और संबंधित जिला पुलिस प्रमुखों को इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया पूरी होने के बाद विजय जुलूस की अनुमति नहीं देने और स्थिति पर कड़ी नजर रखने के भी आदेश जारी किए गए हैं.

सोनभद्र से प्राप्त सूचना के अनुसार, नगवां क्षेत्र पंचायत में भाजपा प्रत्याशी के चुनाव जीतने के बाद चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए सपाइयों ने जमकर बवाल किया जिसमे पुलिस क्षेत्राधिकारी समेत एक पुलिसकर्मी व राबर्ट्सगंज नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन घायल हो गए. उपद्रवियों ने कुछ वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.

पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि नगवां ब्लॉक में शांतिपूर्ण मतदान और मतगणना शांतिपूर्ण तरीके से हुई, लेकिन भाजपा प्रत्याशी आलोक सिंह की जीत की घोषणा होने के बाद सपा कार्यकर्ताओं ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए चक्का जाम करने का प्रयास किया और जमकर बवाल किया. पुलिस ने जाम हटवाने का प्रयास किया तो उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस को लाठी चलानी पड़ी.

इस घटना में सीओ सदर आशीष मिश्र और एक पुलिसकर्मी को चोट आई है. रॉबर्ट्सगंज से भाजपा के पूर्व चेयरमैन कृष्ण मुरारी गुप्ता का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया. वाहन में सवार पूर्व चेयरमैन समेत दो लोग भी जख्मी हुए हैं.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है साथ ही कहा कि किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा. सपा जिलाध्यक्ष विजय यादव ने नगवाँ ब्लॉक में हुए बवाल के लिए प्रशासन को जिम्मेदार बताया है.

उन्होंने आरोप लगाया कि मतगणना के बाद प्रशासन के लोग परिणाम की घोषणा किए बिना ही मतपेटिका लेकर जाने लगे जिससे जनता में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई और मौजूद लोगों ने बवाल किया.

प्रतापगढ़ जिले में क्षेत्र पंचायत प्रमुख के मतदान के दौरान शनिवार को ब्लॉक आसपुर देवसरा में फर्जी मतदान से आक्रोशित एक प्रत्याशी के पक्ष के लोंगों ने पुलिस पर पथराव किया. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.

पुलिस उपाधीक्षक (क्षेत्राधिकारी) पट्टी दिलीप सिंह ने बताया कि ब्लॉक आसपुर देवसरा परिसर में ब्लॉक प्रमुख के मतदान के दौरान विवाद के बाद यह घटना हुई. सपा समर्थकों ने प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी शुरू कर दी.

जिला अधिकारी डॉक्टर नितिन बंसल ने बताया कि आसपुर देवसरा ब्लॉक में प्रमुख पद के दो प्रत्याशी भाजपा से कमलाकांत यादव व सपा समर्थित सुषमा यादव थी. जहां सुषमा यादव ने शिकायत किया कि फर्जी मतदान कराया जा रहा है, उनसे कहा गया कि लिखित शिकायत दें. उसके बाद भीड़ ने उग्र हो कर पथराव शुरू कर दिया, पुलिस ने भीड़ को किसी तरह नियंत्रित किया. बवाल करने वालों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जायगी.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार शाम पत्रकारों से बातचीत में योगी ने दावा किया कि अभी तक के रुझान और परिणाम के आधार पर भाजपा 635 सीटों पर सहयोगी दलों के साथ विजयी हुई है और यह संख्या बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्षों की 75 सीटों में 67 पर भाजपा और सहयोगी दल को जीत मिली है.

गौरतलब है कि राज्य में क्षेत्र पंचायत प्रमुख के निर्वाचन के लिए नामांकन की प्रक्रिया बृहस्पतिवार को शुरू हुई, शुक्रवार को नामांकन पत्रों की वापसी और शनिवार को मतदान हुआ.

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधानों, ग्राम सभा सदस्यों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों, क्षेत्र पंचायत प्रमुखों, जिला पंचायत सदस्यों और जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनावों में 85 प्रतिशत से अधिक सीटों पर भाजपा को जीत मिलने का दावा करते हुए इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और प्रेरणा को दिया.

इस संबंध में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘उत्तर प्रदेश में क्षेत्र पंचायत चुनावों में सरकारी मशीनरी की मदद से ब्लॉक प्रमुख पदों पर जबरन कब्जा किया जाना जनादेश का अपमान है, लोकतंत्र और संविधान में भाजपा सरकार की कोई आस्था नहीं है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता के सहयोग से भाजपा ने अपने पक्ष में मतदान कराया.

प्रदेश में पंचायत चुनाव में हिंसा की घटनाओं पर प्रदेश की सरकार को घेरते हुए बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार में भी कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है.

उन्होंने शनिवार को ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में भी कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है, जिसके तहत यहाँ पंचायत चुनाव में हुई हिंसा व लखीमपुर खीरी की एक महिला के साथ की गई बदसलूकी भी अति-शर्मनाक. क्या यही इनका कानून का राज व लोकतंत्र है? यह सोचने की बात है.’

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के संयोजक ललन कुमार ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश अभी भारी चुनावी हिंसा का गवाह बन रहा है. जगह-जगह भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा अराजकता फैलाई जा रही है. महिलाओं के साथ अभद्रता की जा रही है.

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, उत्तर प्रदेश के राज्य सचिव मंडल ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि तीन दिनों तक चले हिंसक तांडव के बाद आखिर उत्तर प्रदेश में भाजपा ने ब्लॉक प्रमुख के अधिकतम पदों पर कब्जा जमा लिया.

उत्तर प्रदेश में ‘हिंसा’ का नाम बदलकर ‘मास्टरस्ट्रोक’ रख दिया गया: राहुल गांधी

कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर शनिवार को राज्य सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार में यह प्रदेश ‘हिंसा प्रदेश’ बन चुका है तथा जनतंत्र पर ‘योगीजी का जंगलराज’ हावी हो गया है.

पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश में ‘हिंसा’ का नाम बदलकर ‘मास्टरस्ट्रोक’ रख दिया गया है.’

वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘सरकार वही. व्यवहार वही.’

प्रियंका ने हिंसा से जुड़े कुछ वीडियो साझा करते हुए कहा, ‘जनता ने वोट देकर बीडीसी चुने, योगीजी के जंगलराज ने गोली, बम, पत्थर, लाठी चलाकर उन्हें धमकाया, उनका अपहरण किया, महिला सदस्यों के साथ बदतमीजी की.’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘वोट की ताकत वाले जनतंत्र पर योगीजी का जंगलराज हावी हो गया है. उन्हें ध्यान रखना चाहिए यह देश, इसका लोकतंत्र, इसकी जनता उनसे बड़ी है.’

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने कहा, ‘कुछ साल पहले एक बलात्कार पीड़िता ने भाजपा विधायक के खिलाफ आवाज उठाई थी, उसे और उसके परिवार को मारने की कोशिश की गई. एक महिला का नामांकन रोकने के लिए भाजपा ने सारी हदें पार कर दीं.’

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश ‘हिंसा प्रदेश’ बन गया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)