हरियाणा के करनाल शहर में किसान भाजपा नेताओं की बैठक का विरोध कर रहे थे. किसानों के ख़िलाफ़ कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस की आलोचना की गई और विरोध में कई स्थानों पर सड़कों को जाम किया गया. इस घटना के बाद करनाल में तनाव व्याप्त हो गया है. कांग्रेस ने कहा कि किसानों पर पड़ी लाठी भाजपा सरकार के ताबूत में कील साबित होगी.
चंडीगढ़/नई दिल्ली: हरियाणा में भाजपा की बैठक के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए करनाल की तरफ बढ़ रहे किसानों के एक समूह पर पुलिस ने शनिवार को कथित तौर पर लाठीचार्ज किया, जिसमें करीब दस लोग घायल हो गए.
बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, राज्य भाजपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे. भाजपा नेताओं की यह बैठक आने वाले नगर निगम चुनावों को लेकर शनिवार दोपहर को होने वाली थी.
किसानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस की आलोचना की गई और विरोध में कई स्थानों पर सड़कों को जाम किया गया. इस घटना के बाद करनाल में तनाव व्याप्त हो गया है.
प्रभावित सड़कों में फतेहाबाद-चंडीगढ़, गोहाना- पानीपत और जींद-पटियाला राजमार्ग; अंबाला-चंडीगढ़ और हिसार-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं.
Haryana: Farmers block Panchkula-Shimla Highway near Chandimandir Toll Plaza in Panchkula to protest the lathi charge in Karnal pic.twitter.com/ZmcPXU93xp
— ANI (@ANI) August 28, 2021
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार सुबह बस्तारा टोल प्लाजा पर किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. इसके बाद दिन में किसान यूनियन के नेताओं ने और अधिक किसानों को विरोध में शामिल होने और राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध करने का आह्वान किया.
इसके बाद बस्तारा टोल प्लाजा और शाहबाद (कुरुक्षेत्र) में राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक अन्य टोल प्लाजा को बंद कर दिया गया. प्रदर्शनकारियों ने कालका-जिरकपुर हाईवे (सूरजपुर टोल प्लाजा) को भी जाम कर दिया.
हरियाणा भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बर्बरतापूर्वक प्रदर्शनकारी किसानों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए.
इससे पहले चढ़ूनी ने एक वीडियो संदेश में कहा था, ‘मैं अपने सभी भाइयों से अपील करता हूं कि वे तुरंत अपने स्थान के पास टोल प्लाजा पर पहुंचें. यदि टोल प्लाजा आपके स्थान से दूर हैं, तो पास के राजमार्गों को अवरुद्ध करें.’
करनाल शहर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर बस्तारा टोल प्लाजा के पास मौजूद कई प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि पुलिस की कार्रवाई में आठ से दस लोग घायल हुए हैं.
बहरहाल, पुलिस ने कहा कि हल्का बल प्रयोग किया गया, क्योंकि प्रदर्शनकारी राजमार्ग जाम कर रहे थे, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा था.
केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन के कई सार्वजनिक कार्यक्रमों का विरोध कर रहे हैं. बीकेयू के आह्वान पर कई किसान करनाल के नजदीक बस्तारा टोल प्लाजा पर इकट्ठा हुए थे.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार सुबह किसानों ने करनाल में प्रेम प्लाजा होटल के बाहर इकट्ठा होने का प्रयास किया, जहां भाजपा की बैठक चल रही थी, लेकिन जब वे वहां नहीं पहुंच सके तो उन्होंने बस्तारा टोल प्लाजा पर राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया.
प्रदर्शनकारियों ने भाजपा नेताओं को काले झंडे दिखाए और उनके वाहनों को आगे बढ़ने से रोकने की भी कोशिश की. हालांकि भारी पुलिस बल के कारण किसान किसी भी वाहन को रोक नहीं सके, लेकिन भाजपा विरोधी नारे लगाते रहे.
किसानों पर पड़ी लाठी भाजपा सरकार के ताबूत में कील साबित होगी: कांग्रेस
कांग्रेस ने हरियाणा में किसानों पर लाठीचार्ज की घटना की निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि इसने ‘जनरल डायर’ की याद दिला दी और किसानों पर पड़ी लाठी भाजपा सरकार के ताबूत में कील साबित होगी.
फिर ख़ून बहाया है किसान का,
शर्म से सर झुकाया हिंदुस्तान का!#FarmersProtest #किसान_विरोधी_भाजपा pic.twitter.com/stVlnVFcgQ— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 28, 2021
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘फिर ख़ून बहाया है किसान का, शर्म से सर झुकाया हिंदुस्तान का!’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘किसान मेहनत करके खेतों में लहलहाती हुई फसल देते हैं. भाजपा सरकार अपना हक मांगने पर उन्हें लाठी से लहूलुहान करती है. किसानों पर पड़ी एक-एक लाठी भाजपा सरकार के ताबूत में कील का काम करेगी.’
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में आरोप लगाया, ‘आज भाजपा-जजपा की ‘कायर सरकार’ ने करनाल में अन्नदाता किसान पर बेरहमी और बर्बरतापूर्ण लाठी चार्ज कर एक बार फिर ‘जनरल डायर’ की याद दिला दी. शांतिप्रिय तरीके से विरोध कर रहे किसानों को जानवरों की तरह दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. दर्जनों लहुलुहान हो गए और सैकड़ों को चोटें आईं.’
उन्होंने दावा किया, ‘एक बार फिर साबित हो गया कि अन्नदाता किसान के असली ‘दुश-मन’ हैं- दुष्यंत चौटाला और मनोहर लाल खट्टर. भाजपा-जजपा सरकार ने मिलकर पिछले नौ महीनों से किसानों के हिस्से में लाठीचार्ज, पानी की बौछारें, आंसू गैस के गोले तथा कीलें व नश्तरों की प्रताड़ना लिख दी है.’
सुरजेवाला ने हरियाणा के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मनोहर लाल खट्टर – दुष्यंत चौटाला ने आज किसान नहीं, हमारे ‘भगवान’ को पीटा है. सज़ा मिलेगी. सड़कों पर बहते और किसानों के शरीर से रिसते खून को आने वाली तमाम नस्लें याद रखेंगी. अब भी समय है- या तो किसानों के साथ खड़े हो जाइए या गद्दी छोड़ दीजिए.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)