यह घटना 12 सितंबर को राजस्थान-हरियाणा सीमा के पास भिवाड़ी के चोपानकी थाना क्षेत्र में हुई. गोरक्षकों का कहना है कि वे जिस ट्रक का पीछा कर रहे थे, उसमें कथित तौर पर गायों को तस्करी कर ले जाया जा रहा था. मृतक के परिवार ने पुलिस पर मामले को दबाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है.
नई दिल्लीः राजस्थान के अलवर जिले में एक ट्रक का पीछा कर रहे स्वयंभू गोरक्षकों के वाहन से टकराकर नाबालिग की मौत हो गई. इन गोरक्षकों का कहना है कि वे जिस ट्रक का पीछा कर रहे थे, उसमें कथित तौर पर गायों को तस्करी कर ले जाया जा रहा था.
दुर्घटना में मारे गए 16 साल के नाबालिग के परिवार ने स्वयंभू गोरक्षकों पर ये आरोप लगाए हैं. परिवार ने पुलिस पर मामले को दबाने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया है.
घटना 12 सितंबर को सुबह करीब 5:45 बजे राजस्थान-हरियाणा सीमा के पास अलवर जिले के भिवाड़ी में चोपानकी थाना क्षेत्र में हुई.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने नाबालिग की पहचान साबिर खान के रूप में की है. 11वीं कक्षा में पढ़ने वाले साबिर अलवर जिले के तिजारा तहसील में आने वाले सरे कलां गांव के निवासी थे
पुलिस का कहना है कि खान के परिवार की शिकायत के आधार पर सात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. इनमें से तीन को गिरफ्तार किया गया है.
चोपानकी के एसएचओ मुकेश कुमार वर्मा का कहना है, ‘सोनू, हरकेश और नरेंद्र को गिरफ्तार किया गया है, जबकि चार फरार हैं. मामले की जांच की जा रही है.’
सभी आरोपी हरियाणा के रहने वाल हैं और उन पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 143 (गैरकानूनी रूप से इकट्ठा होना) और 506 (आपराधिक धमकी के लिए दंड) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
साबिर के परिवार की शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज की गई है.
एफआईआर में कहा गया है, ‘साबिर नियमित तौर पर सुबह दौड़ लगाता था और उसका आरोपियों में से एक अनिल से झगड़ा भी हुआ था. अनिल की लापरवाही से ड्राइविंग करने को लेकर उससे विवाद हुआ था.’
एफआईआर में कहा गया है कि इस विवाद के दौरान अनिल ने साबिर को धमकाया था कि अगर उसने दोबारा साबिर को सड़क पर दौड़ते देखा तो वह उसे अपनी कार से कुचल देगा और गोरक्षक दल और बजरंग दल से उसकी नजदीकियों की वजह से उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता.
मामले के एक प्रत्यक्षदर्शी साबिर के दोस्त का कहना है कि कथित तौर पर गायों की तस्करी कर ले जा रहे ट्रक का पीछा करने के दौरान अनिल ने अपनी कार से साबिर को टक्कर मार दी. इसके बाद अनिल के सहयोगियों द्वारा चलाई जा रही एक अन्य कार ने भी साबिर को टक्कर मारी थी.
साबिर के शव को पोस्टमार्टम के बाद उसके परिवार को सौंप दिया गया है.
भिवाड़ी सर्किल अधिकारी हरि राम कुमावत ने कहा कि जिस ट्रक में कथित तौर पर 15 गायों को ले जा रहा था, वह ट्रक हरियाणा के नूंह जिले के टौरु इलाके में एक पेड़ से टकराकर रुक गया.
कुमावत ने कहा कि हरियाणा पुलिस ने ट्रक में गायों की तस्करी कर ले जाने के दावे की जांच शुरू कर दी है.
कुमावत ने बताया, ‘साबिर को दो वाहनों ने टक्कर मारी. एक वाहन में कथित तौर पर गोतस्कर थे, जबकि दूसरे में गोरक्षक थे.’
हालांकि, साबिर के परिवार ने इस बयान का विरोध किया. परिवार का कहना है कि दोनों वाहन गोरक्षकों के हैं.
साबिर के परिवार और दोस्तों का आरोप है कि पुलिस ने गोरक्षकों को बचाने के प्रयास के तहत मामले को डायवर्ट कर दिया है.
बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि जब अलवर गोरक्षकों के बर्बर हमले को लेकर खबरों में रहा है. इससे पहले 20 जुलाई 2018 को अलवर जिले में ही गो-तस्करी के संदेह में कथित गोरक्षकों की भीड़ ने रकबर ख़ान की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी.
(समाचार एजेंसी पीटीआई से इनपुट के साथ)